नई दिल्ली। बाहुबली विधायक अनंत सिंह का बिहार विधानसभा से पत्ता कट चुका है। उनकी विधायकी जा चुकी है। हालांकि, बीते काफी दिनों से उनकी विधायकी पर तलवार लटक रही थी, जिसके बाद आज बिहार विधानसभा की तरफ से अधिसूचना जारी की गई है, जिसमें उनकी विधायकी निरस्त होने की जानकारी दी गई थी। उधर, अनंत सिंह की विधानसभा से सदस्यता जाने के बाद माना जा रहा है कि राजद नेता तेजस्वी यादव को विधानसभा में झटका लग सकता है। तो इससे पहले कि हम आपको बताएं कि आखिर तेजस्वी को कैसे झटका लगेगा, उससे पहले आप यह जान लीजिए कि आखिर किस मामले में अनंत के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है, जिसके परिणामस्वरूप उनकी विधायकी जा चुकी है।
जानें पूरा माजरा
दरअसल, आपको बता दें कि बाहुबली विधायक अनंत सिंह के घर पर प्राप्त हुए AK -47 और हेंड ग्रेनेड मामले की सुनवाई एमपी-एमएलए कोर्ट में की गई थी। जिसके बाद बाहुबली विधायक को 10 साल की सजा सुनाई गई थी। बता दें कि कानून के मुताबिक, जिस विधायक को सजा सुनाई जाती है, तो उसकी सदस्यता स्वत: निरस्त कर दी जाती है, जैसा कि आज विधायक अनंत सिंह के मामले में हमें देखने को मिला है। गौरतलब है कि 2019 के अगस्त माह में पुलिस टीम ने अनंत सिंह के पैतृक गांव नदवां स्थित घर में रेड किया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस को 30 घंटे की छापेमारी में प्रतिबंधित हथियार AK -47, 7.62 एमएम की 26 गोलियां और दो हैंड ग्रेनेड प्राप्त हुए थे। इस मामले में कुल 13 लोगों को गवाह बनाया गया था, जिसमें बचाव पक्ष की ओर से भी 34 गवाह पेश किए गए थे। मामले की सुनवाई के उपरांत अनंत सिंह को एमपी एमएलए कोर्ट ने 10 साल की सजा सुनाई है। लेकिन, माना जा रहा है कि अनंत सिंह की विधायकी जाने के बाद बिहार विधानसभा में आरजेडी का गणित बिगड़ सकता है। आइए, आपको इसके बारे में हम विस्तार से बताते हैं।
तो ऐसे बिगड़ सकता है विधानसभा में गणित
बता दें कि विधानसभा में अनंत सिंह की विधायकी जाने के बाद राजद के पाले में महज 79 विधायक ही शेष रह गए हैं। हाल ही में राजद से चार विधायक ओवैसी के पाले में शामिल हुए हैं। ऐसे में एक और विधायक की विधायकी जाना तेजस्वी यादव के लिए किसी सदमे से कम नहीं है। हालांकि, नंबरों के लिहाज से तेजस्वी यादव मजबूत स्थिति में हैं। ऐसे में अब बिहार विधानसभा में राजद क्या कुछ कदम उठाते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।