नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दिवसीय दौरे पर महाराष्ट्र गए थे, जहां सीएम उद्धव ठाकरे को पीएम को रिसीव करना था, लेकिन इस दौरान वे अपने बेटे आदित्य ठाकरे को भी साथ ले गए, मगर पीएम मोदी की सुरक्षा में मुस्तैद रहने वाले एसपीजी कमांडो ने आदित्य ठाकरे को पीएम मोदी को रिसीव और स्वागत करने की इजाजत नहीं दी। दरअसल, एसीपीजी का कहना था कि प्रधानमंत्री से भेंट करने हेतु वीआईपी की सूचियों में उनका नाम दर्ज नहीं है। लिहाजा वे प्रधानमंत्री का स्वागत नहीं कर सकते हैं। जिस पर सीएम उद्धव ठाकरे एसीपीजी कमांडो पर क्रोधित हो गए। इस दौरान दोनों के बीच बहस भी देखने को मिली थी। एसीपीजी कमांडो ने आदित्य को कार से बाहर निकलने की भी इजाजत नहीं थी, जिसके बाद उद्धव और एसीजी के बीच वाकयुद्ध देखने को मिला।
दरअसल, सीएम उद्धव का कहना था कि आदित्य ठाकरे न महज उनके बेटे हैं, बल्कि महाराष्ट्र सरकार में मंत्री भी हैं, लिहाजा उनके पास पूरा अधिकार है कि वे प्रधानमंत्री से भेंट कर उनका स्वागत करें। आप या कोई और व्यक्ति उन्हें रोक नहीं सकता है। बहरहाल, काफी लंबे वाकयुद्ध के बाद एसीपीजी कमांडो ने आदित्य ठाकरे को प्रधानमंत्री का स्वागत करने की इजाजत दी। लेकिन, एसीपीजी के रवैये को लेकर उद्धव और आदित्य ठाकरे खासा नाराज दिखें।
फिलहाल, अभी यह पूरा मसला खासा सुर्खियों में है। लोग इस पर सोशल मीडिया समेत अन्य मंचों पर अलग-अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नजर आ रहे हैं। ऐसी स्थिति में आपका इस पूरे मसले पर क्या कुछ कहना है। आप हमें कमेंट कर बताना बिल्कुल भी मत भूलिएगा। तब तक के लिए आप देश-दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम