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J&K: आतंकवाद के खिलाफ हुई बड़ी कार्रवाई, सैयद सलाउद्दीन के बेटों से छिनी सरकारी नौकरी

J&K:  वहीं अब खबर की मानें तो जम्मू-कश्मीर में आतंकी कनेक्शन और टेरर फंडिंग के मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है। अब खबर आ रही है कि आतंकी सैयद सलाउद्दीन के बेटों को सरकारी नौकरी से निकाल दिया गया है।

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में सेना और स्थानीय प्रशासन का आतंकवाद के खिलाफ एक्शन जारी है। यहां से धारा-370 के हटाए जाने के बाद से ही घाटी में आतंक के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है। सेना एक तरफ आतंकियों का चुन-चुन कर सफाया कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ  वहां की स्थानीय प्रशासन ने भी आतंक के खिलाफ अलग किस्म का एक्शन जारी रखा है। आतंकियों के मंसूबों पर सेना और स्थानीय प्रशासन मिलकर पानी फेर रही है।

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वहीं अब खबर की मानें तो जम्मू-कश्मीर में आतंकी कनेक्शन और टेरर फंडिंग के मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है। अब खबर आ रही है कि आतंकी सैयद सलाउद्दीन के बेटों को सरकारी नौकरी से निकाल दिया गया है। आपको बता दें कि आतंकी फंडिंग के मामले में एनआई की जांच में इनके खिलाफ अहम सबूत मिले थे। जिसके बाद ये कार्रवाई की गई।

jammu kashmir

जम्मू-कश्मीर सरकार ने आतंक के खिलाफ कार्रवाई करते हुए अंतरराष्ट्रीय आतंकी सैयद सलाउद्दीन के बेटों शकील अहमद और शादिर युसुफ को सरकारी नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। इसके साथ ही आतंक के खिलाफ कार्रवाई करते हुए सरकार ने 9 अन्य को भी सरकारी नौकरी से निकाला गया है। शकील अहमद श्रीनगर के शेरे कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस में काम करता था वहीं शाहिद युसूफ श्रीनगर में कृषि विभाग में काम करता था।

इन दोनों के अलावा जिन 9 कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त किया गया है उनमें से चार कर्मचारी अनंतनाग, 3 बडगाम से इसके अलावा पुलवामा और बारामुला से एक-एक कर्मचारी शामिल हैं। जिस सैयद सलाउद्दीन के बेटों पर यह कार्रवाई की गई है वह हिजबुल चीफ 2017 से अमेरिका के मोस्ट वांटेड आतंकियों की लिस्ट में शामिल है।

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केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में आंतकी गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए विशेष टास्क फोर्स गठित किया गया है। जिसकी तरह से इन 11 कर्मचारियों के खिलाफ ये कार्रवाई की गई है। जिस टास्क फोर्स ने यह कार्रवाई की है उसमें पुलिस, कानून और न्याय के साथ विधायी विभाग के प्रतिनिधी शामिल हैं।