नई दिल्ली। जहां एक तरफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा पर निकले हुए हैं, तो वहीं दूसरी तरफ उनकी पार्टी ताश के पत्तों की भांति बिखरती जा रही है। कभी राजस्थान में नेताओं के बीच खींचतान की खबर तो कभी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में मतभेद की खबरें, इस बात की ओर इशारा करने के लिए पर्याप्त हैं कि वर्तमान में कांग्रेस की स्थिति किसी भी सूरत से दुरुस्त नहीं है। लिहाजा समय रहते पार्टी को कोई ना कोई कदम उठाना होगा, अन्यथा आगामी दिनों स्थिति की संवेदनशीलता बढ़ जाएगी। अब इसी बीच पूर्वोत्तर में चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है और यह झटका आगामी दिनों में पार्टी में तूफान ला सकता है। आपको बता दें कि मेघालय में कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री एम्परीनल यंगदोह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
उन्होंने अपने इस्तीफे पत्र में शीर्ष नेतृत्व पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी आज की तारीख में अपनी मूल दिशा से भटक चुकी है। पार्टी इस बात को लेकर अवगत नहीं है कि उसे क्या करना चाहिए और क्या नहीं। उन्होंने कहा कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को ही नहीं पता कि क्या कदम उठाना चाहिए। कैसे पार्टी को संबल बनाने की दिशा में कार्य करना चाहिए। आलम यह है कि आज की तारीख में पार्टी की स्थिति दुरूह हो चुकी है। अगर समय रहते इस पर विराम लगाने की दिशा में काम नहीं किया गया तो स्थिति विकराल हो सकती है।
Meghalaya Congress MLA @ampareenlyngdoh resigns from the party. Agree with the fact that the party seem to have lost its direction in the state. Don’t know what the AICC in-charge has been doing. Not sure if @INCMeghalaya will end up having any sitting MLAs before polls! pic.twitter.com/YqPGJ3x1vH
— Bishal Paul (@BuiSpeaks) December 19, 2022
इसके साथ ही उन्होंने अपने पत्र में आगे लिखा कि मैं हमेशा से ही कांग्रेस की समर्थक रही हूं। उसकी नीतियों की कायल रही हूं। पार्टी ने मुझे मेघायल की जनता की सेवा करने का अवसर कभी मंत्री के रूप में दिया, तो कभी शिलांग के नुमाइंदे के रूप में दिया। पार्टी ने मुझे कांग्रेस के सचिव पद की जिम्मेदारी भी सौंपी, जिसके लिए मैं शीर्ष नेतृत्व का आभार प्रकट करती हूं, लेकिन पिछले कुछ दिनों से जिस तरह की स्थिति पार्टी में देखने को मिल रही है, उससे स्पष्ट है कि पार्टी अब अपने मूल द्वार भटक चुकी है।
उन्होंने आगे अपने पत्र में लिखा है कि पार्टी मेघालय के लोगों से अपने जुड़ाव के तार ध्वस्त कर चुकी है। अब मुझे नहीं लगता है कि लोगों की सेवा करने के लिए यह उचित मंच रह गया है। लिहाजा मुझे बेहद ही खेदपूर्ण दिल से कहना पड़ रहा है कि अब मैंने पार्टी से इस्तीफा देने का फैसला कर लिया है। बता दें, आगामी दिनों में पूर्वोत्तर के कई राज्यों में चुनाव बिगुल बजने जा रहा है। ऐसी स्थिति में एम्परीनल यंगदोह का इस्तीफा कांग्रेस के लिए पूर्वोत्तर में बड़ा झटकरा माना जा रहा है। अब आगामी दिनों में पार्टी अपनी दुरूह हो रही स्थिति को दुरूस्त करने की दिशा में क्या कुछ कदम उठाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रुबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम