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Uttarakhand: उत्तराखंड के मदरसों में अब छात्रों को पहननी होगी यूनिफॉर्म, पढ़ाई का भी वक्त तय, पुष्कर सिंह धामी सरकार का बड़ा फैसला

उत्तराखंड में वक्फ बोर्ड के तहत 103 मदरसे रजिस्टर्ड हैं। जबकि, मदरसा बोर्ड के तहत 419 मदरसे हैं। इन सभी को सरकारी मदद मिलती है। वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने मदरसों के सर्वे के बारे में बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि सरकार की नीयत साफ है। उत्तराखंड सरकार मदरसों में गुणवत्तायुक्त शिक्षा की पक्षधर है।

देहरादून। उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार ने बड़ा फैसला किया है। उत्तराखंड में अब मदरसों में ड्रेस कोड होगा। यानी यहां के मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए एक समान यूनिफॉर्म की व्यवस्था होगी। इसके अलावा ये भी फैसला हुआ है कि मदरसों में सरकारी स्कूलों की तरह ही सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक पढ़ाई होगी। अब तक मदरसों में पढ़ाई का वक्त तय नहीं किया गया था। न्यूज चैनल ‘आज तक’ के मुताबिक ये फैसले अब उत्तराखंड के मदरसों पर लागू किए जा रहे हैं। इससे पहले पुष्कर सिंह धामी सरकार ने मदरसों का सर्वे कराने का भी फैसला किया था।

Pushkar Singh Dhami...

उत्तराखंड में मदरसों के सर्वे का फैसला इस साल सितंबर में हुआ था। इस बारे में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा था कि मदरसों का सर्वे होना बहुत जरूरी है, क्योंकि ये संस्थाएं भी हमारी ठीक होनी चाहिए। उन्होंने कहा था कि राज्य में वक्फ बोर्ड की जमीनों पर बनाए गए मदरसों का भी सर्वे किया जाएगा। इसके बाद सर्वे कराया गया। जिसके नतीजे तो धामी सरकार ने सार्वजनिक नहीं किए, लेकिन अब मदरसों में ड्रेस कोड और पढ़ाई का वक्त तय कर दिया है। धामी सरकार के इस फैसले से सियासत भी गरमाने के आसार दिख रहे हैं।

MADARSA

उत्तराखंड में वक्फ बोर्ड के तहत 103 मदरसे रजिस्टर्ड हैं। जबकि, मदरसा बोर्ड के तहत 419 मदरसे हैं। इन सभी को सरकारी मदद मिलती है। वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने मदरसों के सर्वे के बारे में बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि सरकार की नीयत साफ है। उत्तराखंड सरकार मदरसों में गुणवत्तायुक्त शिक्षा की पक्षधर है। मदरसों को सरकारी बजट खपाने का अड्डा कतई नहीं बनने दिया जाएगा। बजट का दुरुपयोग करने वाले मदरसों की मान्यता रद्द कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात भी शादाब ने कही थी। जबकि, बेहतर काम करने वाले मदरसों को प्रोत्साहित करने का भरोसा शम्स ने दिया था।