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BJP: लोकसभा चुनाव से पहले एक्शन में BJP,15 राज्यों के प्रदेश प्रभारियों के नामों का किया ऐलान, जानें किसे मिली क्या जिम्मेदारी

BJP: विदित हो कि बीते दिनों में बिहार में हाईवोल्टेज सियासी ड्रामा हुआ था। जिसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने बीजेपी से अपने सियासी रिश्ते को स्वाहा करते हुए राजद संग अपनी सरकार बना ली थी। सियासी विश्लेषकों ने इस स्थिति बीजेपी के सियासी मोर्चे के लिहाज से कमजोर बताया था।

नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव 2024 से पूर्व बीजेपी एक्शन मोड में आ चुकी है। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व आगामी लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत अपने सभी साथी नेताओं को सक्रिय करने में जुट चुकी है। इस दिशा में अब पार्टी ने 15 प्रदेशों के लिए प्रभारियो की सूची जारी कर दी है। इसमें विभिन्न प्रदेशों के लिए प्रभारियों को नियुक्त कर दिया गया है, जिमसें कई नामी गिरामी नेताओं को भी बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। आइए, आगे हम आपको उस सूची से रूबरू कराते हुए सभी प्रदेशों के प्रभारियों के बारे में विस्तार से बताते हैं।

विदित हो कि बीते दिनों बिहार में हाईवोल्टेज सियासी ड्रामा हुआ था। जिसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने बीजेपी से अपने सियासी रिश्ते को स्वाहा करते हुए राजद संग सरकार बना ली थी। सियासी विश्लेषकों ने इस स्थिति को बीजेपी के सियासी मोर्चे के लिहाज से कमजोर बताया था। अब इसी दिशा में बीजेपी ने आगामी लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत बिहार के चुनाव प्रभारी के रूप में विनोद तावड़े को नियुक्त किया है और सह-प्रभारी के रूप में
हरीश द्विवेदी को नियुक्त किया है।

bjp in karnatka

इसके अलावा त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब देब हरियाणा के प्रभारी होंगे। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी पंजाब-चंडीगढ़ के प्रभारी होंगे। बिहार के पूर्व मंत्री मंगल पांडे को पश्चिम बंगाल का प्रभारी बनाया गया है। इसके अलावा संबित पात्रा को पूर्वोत्तर राज्यों का समन्वयक बनाया गया है। बता दें कि पिछले कुछ दिनों से आगामी लोकसभा चुनाव में फतह पाने के लिए सभी राजनीतिक दलों में अभी से ही तैयारियों की बयार बहती हुई नजर आ रही है। जहां एक तरफ विपक्षी दल अपनी विपक्षी एकता में जान फूंकने की कोशिश में लगे हुए हैं, तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी उन सभी राज्यों में अपनी सियासी बिसात बिछाने में जुट चुकी है, जहां उन्हें ऐसा महसूस हो रहा है कि उनकी जड़ कमजोर है। ध्यान रहे कि इसी को ध्यान में रखते हुए विगत दिनों पार्टी के राष्ट्रीय अध्य़क्ष जेपी नड्डा ने दक्षिण के सूबों का भी दौरा किया था, चूंकि ऐसा माना जाता है कि दक्षिण के सूबों में पार्टी की स्थिति थोड़ी कमजोर है। वहां क्षेत्रीय दलों का दबदबा है।

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ऐसी में बीजेपी की कोशिश है कि जिन-जिन सूबों में क्षेत्रीय दलों का दबदबा है, वहां बीजेपी एक सिंगल लार्जेस्ट पार्टी उभरकर सामने आ सकें। विशेषतौर पर बीते दिनों बिहार में सियासी हाईवोल्टेज सियासी ड्रामे के बाद जिस तरह दो क्षेत्रीय दलों ने आपस में हाथ मिलाकर बीजेपी को चलता कर दिया है, उसे ध्यान में रखते हुए बीजेपी की यह कोशिश है कि उन सूबों में अपनी जड़ों को मजबूत किया जा सकें, जहां क्षेत्रीय दलों का दबदबा है। बहरहाल, अब आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी की स्थिति कैसी रहती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए आप पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम