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Election: महाराष्ट्र नगर पंचायत चुनावों में बीजेपी की मची धूम, शिवसेना-कांग्रेस से लोगों ने बनाई दूरी

नगर पंचायत सदस्यों के 1802 सीटों में बीजेपी के 416 उम्मीदवार जीत हासिल कर चुके हैं। अभी 9 नगर पंचायतों के नतीजे आने हैं। खास बात ये कि साल 2017 में जब बीजेपी और शिवसेना की सरकार थी, तो बीजेपी के 344 नगर पंचायत सदस्य जीते थे।

मुंबई। जोड़तोड़ तक महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी सरकार बनाने वाली शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी को बीजेपी के हाथ नगर पंचायत चुनावों में मुंह की खानी पड़ी है। खबर लिखे जाने तक 106 नगर पंचायतों मे से 24 में बीजेपी ने बहुमत हासिल किया है। नगर पंचायत सदस्यों के 1802 सीटों में बीजेपी के 416 उम्मीदवार जीत हासिल कर चुके हैं। अभी 9 नगर पंचायतों के नतीजे आने हैं। खास बात ये कि साल 2017 में जब बीजेपी और शिवसेना की सरकार थी, तो बीजेपी के 344 नगर पंचायत सदस्य जीते थे। इन चुनावों को मार्च में होने जा रहे 28 जिला परिषद, 20 महानगर निगम और 282 नगर पालिकाओं के चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा था। ऐसे में बीजेपी की जीत से शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी गठबंधन को तगड़ा झटका लगा है।

Uddhav Thackeray

जिन 97 नगर पंचायतों के नतीजे आए हैं, उनमें से 24 पर बीजेपी ने परचम लहराया है। एनसीपी को 24 नगर पंचायतों में जीत मिली है। कांग्रेस के खाते में 18 नगर पंचायत गए हैं। जबकि, बीजेपी से टकराव लेकर अलग होने वाली शिवसेना 14 नगर पंचायतों में बहुमत हासिल कर चौथे नंबर पर चली गई है। अन्य के खाते में 16 नगर पंचायत आए हैं। कांग्रेस और शिवसेना के तीसरे और चौथे नंबर पर जाने से बीजेपी काफी उत्साहित है। माना जा रहा है कि जिस तरह अकेले लड़कर बीजेपी 24 नगर पंचायतों में बहुमत लाई, उससे आने वाले दिनों में सूबे की सियासत में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।

Devendra Fadanvis Uddhav NCP Cogress

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने इन नतीजों के बाद शिवसेना पर निशाना साधा। उन्होंने एबीपी न्यूज से कहा कि उसे अब पता चल रहा होगा कि अघाड़ी सरकार में शामिल होकर उसने एनसीपी के सामने सबकुछ गंवा दिया है। वहीं, एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि हमने सबको करारा जवाब दिया है। तीसरे नंबर पर पहुंचने वाली कांग्रेस के हालांकि जोश कम नहीं दिखे। उसके प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने अपनी पार्टी के प्रदर्शन को संतोषजनक बताया। जबकि, पटोले के घर यानी भंडारा में भी कांग्रेस हार गई।