newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Punjab: भाजपा का चुनावी मंथन, कैप्टन अमरिंदर सिंह से किया किनारा, 4 नगर निगम और संगरूर चुनाव अकेले लड़ेगी पार्टी

Punjab: पंजाब में भाजपा प्रभारी रहे दुष्यंत गौतम ने इस मीटिंग में कहा कि वो अकेले दम पर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। बाकी केंद्रीय लीडरशिप का जो भी फैसला होगा, वह हमें स्वीकार होगा। इस मंथन मीटिंग में भाजपा के प्रदेश प्रधान अश्वनी शर्मा, सहप्रभारी नरिंदर रैना भी मौजूद रहे।

नई दिल्ली। पंजाब पिछले लोकसभा चुनावों में मिली हार के बाद बुधवार को भाजपा का मंथन हुआ। जिसमें तय किया गया कि भाजपा अब आगे कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ साझेदारी करते हुए चुनाव नहीं लड़ेगी। भाजपा ने संगरूर लोकसभा सीट पर उप चुनाव और 4 निगमों के चुनावों पर अकेले अपनी दम पर लड़ने का फैसला किया है। पंजाब में भाजपा प्रभारी रहे दुष्यंत गौतम ने इस मीटिंग में कहा कि वो अकेले दम पर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। बाकी केंद्रीय लीडरशिप का जो भी फैसला होगा, वह हमें स्वीकार होगा। इस मंथन मीटिंग में भाजपा के प्रदेश प्रधान अश्वनी शर्मा, सहप्रभारी नरिंदर रैना भी मौजूद रहे। बता दें, पंजाब के CM भगवंत मान ने संगरूर लोकसभा सीट पर लगातार दूसरी बार जीत हासिल की थी। इस बार वो धूरी सीट से चुनाव लड़े और विधायक बन गए। सीएम पद की शपथ लेने से उन्होंने पहले लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था। जल्द ही इस सीट पर उपचुनाव होंगे।

इसी साल पंजाब में जालंधर, अमृतसर, लुधियाना और पटियाला नगर निगम के चुनाव भी होने को हैं। इन शहरों में भाजपा की नींव अच्छी है। यही कारण है कि वो यहां से अकेले चुनाव लड़ने के मन बना रही है, जबकि अभी तक उसने अकाली दल से गठबंधन कर चुनाव लड़े हैं। गौरतलब है कि भाजपा ने विधानसभा चुनाव में कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस से गठबंधन किया था। 2 बार लगातार पंजाब के मुख्यमंत्री रहे कैप्टन से भाजपा को किसी चमत्कार की उम्मीद थी, लेकिन निराशा हाथ लगी। यही नहीं, कैप्टन अपनी पटियाला सीट तक को नहीं बचा सके। उनकी पार्टी का कोई भी उम्मीदवार चुनाव नहीं जीत सका। भाजपा भी मात्र 2 सीटों पर ही सिमटकर रह गई। इसके अलावा गठबंधन के दूसरे साथी सुखदेव ढींढसा की शिअद संयुक्त भी एक सीट भी हासिल नहीं कर सकी।