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MP Election Results: मध्य प्रदेश में BJP की बल्ले-बल्ले, तो सिंधिया पहुंचे शिवराज से मिलने, सियासी गलियारों में तेज हुई चर्चा

MP Election Results: सियासी गलिायरों में चर्चा है कि इस बार बीजेपी शिवराज सिंह चौहान को सीएम पद की जिम्मेदारी नहीं सौंपेगी। ऐसे में सियासी गलियारों में यह चर्चा भी तेज हो रही है कि क्या पार्टी इस बार ज्योतिरादित्य सिंधिया को सीएम बनाने जा रही है। फिलहाल, इस पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी करना उचित नहीं है। लेकिन, सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गुलजार है।

नई दिल्ली। विगत 17 नवंबर को ही मध्य प्रदेश की 230 सीटों पर विधानसभा चुनाव हुए थे। मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच माना जा रहा था, जिसमें आज शुरुआत मुकाबले में बीजेपी भारी बहुमत से जीत दर्ज करती हुई नजर आ रही है। आपको बता दें कि शुरुआत रूझानों के मुताबिक बीजेपी के खाते में 157, तो कांग्रेस को 71 और अन्य दलों के खाते में 2 सीटें जाती हुई नजर आ रही है। इस तरह से मध्य प्रदेश में बीजेपी शानदार प्रदर्शन करती हुई नजर आ रही है। वहीं, मध्य प्रदेश में कांग्रेस की दुर्गति पर राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि अलबत्ता में यह हमारे लिए चिंता का विषय है कि आखिर क्यों कांग्रेस को प्रदेश में इस तरह की दुर्गति का सामना करना पड़ा है।

वहीं, मध्य प्रदेश में बीजेपी को मिली बढ़त के साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया सीएम शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात करने उनके आवास पहुंचे। अब सियासी गलियारों में इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। इतना ही नहीं, मुलाकात को लेकर अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं, लेकिन अभी तक पार्टी की ओर से कोई भी बयान जारी नहीं किया गया है। ध्यान देने वाली बात है कि सिंधिया शिवराज सिंह चौहान से ऐसे वक्त में मुलाकात करने जा रहे हैं, जब प्रदेश में सीएम पद को लेकर संशय बना हुआ है। बता दें कि सियासी गलिायरों में चर्चा है कि इस बार बीजेपी शिवराज सिंह चौहान को सीएम पद की जिम्मेदारी नहीं सौंपेगी। ऐसे में सियासी गलियारों में यह चर्चा भी तेज हो रही है कि क्या पार्टी इस बार ज्योतिरादित्य सिंधिया को सीएम बनाने जा रही है। फिलहाल, इस पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी करना उचित नहीं है। लेकिन, सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गुलजार है।

आपको बता दें कि साल 2018 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज कर कमलनाथ को सीएम पद की जिम्मेदारी सौंपी थी, लेकिन सरकार बनने ज्यादा दिन नहीं बीते थे कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया, जिसका फायदा उठाते हुए बीजेपी ने उन्हें अपने पाले में ले लिया। जिसका नतीजा यह हुआ कि कांग्रेस को अपनी सरकार गंवानी पड़ी और कमलनाथ को इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद सिंधिया बीजेपी में शामिल हो गए। ऐसे में जब सिंधिया शिवराज सिंह चौहान से मिलने जा रहे हैं, तो ऐसे में माना जा रहा है कि आगामी दिनों में पार्टी ने उन्हें सीएम पद की जिम्मेदारी सौंप सकती है। बहरहाल, अब आगामी दिनों में प्रदेश की राजनीति क्या रुख अख्तियार करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।