लखनऊ। बुलंदशहर में साधुओं की हत्या के मामले में अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बीच जुबानी जंग देखने को मिल रही है। इससे पहले महाराष्ट्र के पालघर में जब दो साधुओं की हत्या हुई थी तब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उद्धव ठाकरे से आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने की अपील की थी।
फिर जब बुलंदशहर में साधुओं की हत्या का मामला आया तो ठीक वैसे ही तेवर उद्धव के भी दिखे। इसपर अब राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संतों की हत्या के मामले में किसी भी राजनीति की कोशिश को खत्म कर दिया है। बुलंदशहर में साधु हत्या मामले में उद्धव ठाकरे की चिंता पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने जवाब दिया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि संतों की बर्बर हत्या पर चिंता करना राजनीति लगती है।
CM श्री @myogiadityanath जी के नेतृत्व में उ.प्र. में काननू का राज है। यहाँ कानून तोड़ने वालों से सख्ती से निपटा जाता है।
बुलन्दशहर की घटना में त्वरित कार्रवाई हुई और चंद घंटों के भीतर ही आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
महाराष्ट्र संभालें,यूपी की चिंता न करें।#योगी_हैं_तो_न्याय_है— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) April 28, 2020
यूपी में संतों की हत्या के बाद सीएम योगी को घेर रही शिवसेना को खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने सख्त चेतावनी दी है। योगी ने मंगलवार को अपने ऑफिस के अकाउंट से ट्वीट करते हुए कहा कि शिवसेना महाराष्ट्र संभाले और यूपी की चिंता ना करे।
सीएम योगी ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव को नसीहत देते हुए कहा, ‘आप महाराष्ट्र संभालें, हमने बुलंदशहर के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। यूपी में कानून तोड़ने वालों से सख्ती से निपटा जाता है। सोचिये, राजनीति कौन कर रहा है?
श्री @rautsanjay61 जी, संतो की बर्बर हत्या पर चिंता करना राजनीति लगती है?
उ.प्र. के मुख्यमंत्री जी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री जी को फोन किया क्योंकि पालघर के साधु निर्मोही अखाड़ा से संबंधित थे।सोचिये, राजनीति कौन कर रहा है?
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) April 28, 2020
बता दें कि जहां बुलंदशहर साधु हत्या मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, वहीं दूसरी ओर पालघर मॉब लिंचिंग में महाराष्ट्र पुलिस नें 35 पुलिसवालों का ट्रांसफर किया है।
लगातार इस मामले में संत समाज महाराष्ट्र सरकार से कार्रवाई की मांग कर रही है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार इस तरह के मामलों को लेकर बेहद सख्त है और किसी भी तरह की सांप्रदायिक घटना को घटित होने से पहले ही रोक देना चाहती है।