नई दिल्ली। साहब हर मसले पर संविधान की दुहाई देने वाले लोगों का संवैधानिक ज्ञान क्या उस वक्त तेल लेने चला गया था, जब लोग बीजेपी की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा मोहम्मद पैगंबर पर की गई टिप्पणी के विरोध में सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करने आ गए थे। चलिए मान लिया कि अब आ गए हैं, विरोध प्रदर्शन करने तो कर ही लीजिए, वैसे भी यह अधिकार आपको भारतीय संविधान देता है, लेकिन जिस तरह संविधान की आड़ में कुछ लोगों ने हिंसा की वारदात को अंजाम दिया गया, उसकी जितनी भत्सर्ना की जाए, उतनी कम है। बहरहाल, अब योगी सरकार की पुलिस हिंसा में संलिप्त ऐसे सभी दंगाइयों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने पर आमादा हो चुकी है। बता दें कि अब तक इस मामले में संलिप्त 300 से भी अधिक दंगाइयों को गिरफ्तार किया जा चुका है और आगामी दिनों में कई अन्य लोगों की गिरफ्तारी देखने को मिल सकती है।
वहीं, आज हिंसा के मास्टरमाइंड जावेद पंप के घर पर बुलडोजर चलाया है। इस बीच इस पूरे मसले को लेकर बयानबाजी का सिललिसा भी जारी है। लोग इस पर अलग-अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नजर आ रहे हैं। अब इसी बीच जमात उलेमा ए हिंद योगी सरकार द्वारा दंगाइयों को घरों को बुलडोजर से ध्वस्त किया जा रहा है। अब तक आरोपियों को चिन्हित कर उनके घरों को ध्वस्त किया जा रहा है। जिसे जमात उलेमा ए हिंद ने योगी सरकार के इस कदम को बिल्कुल उचित करार दिया है। बता दें कि आज इस मामले को लेकर जमात उलेमा ए हिंद ने प्रेस कांफ्रेंस किया जिसमें विभिन्न मसलों राय व्यक्त की गई और इस दौरान जमात की तरफ से आरोपियों को घर व संपत्तियों को कब्जे में लेने की कार्रवाई को बिल्कुल सही बताया है।
BREAKING | बुलडोजर के समर्थन में आया जमाअत उलमा ए हिंद
-जमाअत उलमा ए हिंद ने कहा, “इंसाफ के साथ चल रहा है बुलडोजर” @Sheerin_sherry | @ravikantabp https://t.co/p8nVQWGCTx#Prayagraj #YogiAdityanath #UttarPradesh #Violence #JavedPump #NupurSharma #Bulldozer pic.twitter.com/j0tBNr4uuK
— ABP News (@ABPNews) June 12, 2022
इसके साथ ही जमाता उलेमा ए हिंद ने एआईएमआईएम के प्रमुख ओवैसी व मदनी पर मुस्लिम युवाओं को भड़काने का आरोप लगाया है। मुस्लिम संगठन ने साफ कर दिया है कि हम किसी भी तरह की हिंसा के पक्ष में नहीं हैं। संगठन ने कहा कि आगामी दिनों में हिंसा भड़काने वाले ओवैसी के खिलाफ फतवा जारी किया जाएगा। संगठन की तरफ से कहा गया है कि इन दोनों ही नेताओं के खिलाफ फतवा जारी किया जाए। संगठन ओवैसी और मदनी के खिलाफ जांच की मांग भी की है। संगठन की तरफ से सभी मुस्लिम युवाओं को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है। कानून-व्यवस्था का पालन करना चाहिए। स़ड़कों पर किसी भी प्रकार का प्रदर्शन नहीं करना चाहिए। सभी मुस्लिम युवाओं को संविधान पर भरोसा रखना चाहिए। संगठन की तरफ से यह भी कहा गया है कि भारत विगत कुछ वर्षों से खाड़ी देशों के नजदीक जा रहा है, जो कि कुछ लोगों को रास नहीं आ रहा है, जिसे ध्यान में रखते हुए अब भारत और खाड़ी देशों के मध्य फूट डालने की कोशिश की जा रही है।
जमाते उलेमा-ए-हिन्द ने ओवैसी और मदनी पर लगाया हिंसा भड़काने का आरोप
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इसके अलावा संगठन की तरफ से समान नागरिक संहिता का भी समर्थन किया गया है। उधर, नूपुर शर्मा के संदर्भ में कहा गया है कि जिस तरह से उन्होंने अपने बयान को माफी की मांग की है, उसे देखते हुए उन्हें माफ कर देना चाहिए और इस पूरे मसले हिंसा के रास्ते का परित्याग कर कानून सम्मत मार्ग का चयन किया जाना चाहिए। बहरहाल, अब इस पूरे मसले को लेकर पुलिस आगे चलकर क्या कुछ कार्रवाई करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए आप पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम