कोलकाता। कलकत्ता हाईकोर्ट से ममता बनर्जी की सरकार को फटकार लगी है। संदेशखाली में हुई हिंसा की घटनाओं के संबंध में दाखिल अर्जियों पर सुनवाई करते हुए कलकत्ता हाईकोर्ट ने ममता की सरकार को फटकारा है। कलकत्ता हाईकोर्ट ने गुरुवार को ममता बनर्जी की टीएमसी सरकार से कहा कि संदेशखाली की घटना बहुत शर्मनाक है। कलकत्ता हाईकोर्ट ने कहा कि हर नागरिक को सुरक्षा देना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। हाईकोर्ट ने ये भी कहा कि संदेशखाली में जो हुआ, उसकी जिम्मेदारी पश्चिम बंगाल की सरकार और उत्तर 24 परगना के जिला प्रशासन को लेनी चाहिए।
संदेशखाली में तमाम महिलाओं ने टीएमसी के नेता रहे शाहजहां शेख पर यौन उत्पीड़न और हिंसा का आरोप लगाया था। रेखा पात्रा नाम की महिला ने सबसे पहले शाहजहां शेख और उसके गुर्गों के महिलाओं पर अत्याचार की दास्तां बताई थी। रेखा पात्रा अब बशीरहाट लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार हैं। रेखा पात्रा की तरफ से शाहजहां शेख के अत्याचार बताए जाने पर एक के बाद एक तमाम महिलाओं ने भी शाहजहां शेख और उसके गुर्गों की करतूतें उजागर की थीं। वहीं, पहले सीएम ममता बनर्जी ने कहा था कि सभी आरोप गलत हैं, लेकिन संदेशखाली में महिलाएं जिस तरह लगातार प्रदर्शन करती रहीं, उसके बाद शाहजहां शेख के कुछ गुर्गों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
संदेशखाली में महिलाओं पर अत्याचार के मसले को पीएम नरेंद्र मोदी ने भी बारासात में हुई जनसभा में उठाया था। बीजेपी ने इसे लोकसभा चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के खिलाफ बड़ा मुद्दा बनाया हुआ है। शाहजहां शेख और उसके लोगों पर इस साल 5 जनवरी को ईडी की टीम पर भी हमला करने का आरोप है। सीबीआई ने पिछले दिनों शाहजहां शेख को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया था। अब ईडी ने भी शाहजहां शेख को गिरफ्तार किया है। इससे टीएमसी पर गुंडों को प्रश्रय देने का आरोप और बढ़-चढ़कर लग रहा है।