लखनऊ। शायर मुनव्वर राणा ने तालिबान की तारीफ की थी, लेकिन यही तालिबान उनपर अब भारी पड़ गया है। हालत ये है कि मुनव्वर राणा के जेल जाने की नौबत आ गई है। दरअसल, राणा ने रामायण लिखने वाले महर्षि वाल्मीकि को तालिबान जैसा बताया था। इस मामले में उनके खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाने में एफआईआर हो गई है। हजरतगंज कोतवाली के इंस्पेक्टर श्याम शुक्ला के मुताबिक वाल्मीकि समाज के नेता पीएल भारती ने मुनव्वर राणा के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने समेत कई और आरोपों में शिकायत की थी। पीएल भारती ने लखनऊ के हजरतगंज थाने में शिकायत की थी कि मुनव्वर राणा ने महर्षि वाल्मीकि से तालिबान की तुलना कर देश के दलितों को ठेस पहुंचाई है और उनका अपमान किया है। साथ ही हिंदुओं की आस्था को चोट पहुंचाने का काम किया है।
भारती के साथ ही अंबेडकर महासभा के महामंत्री अमरनाथ प्रजापति ने भी शायर के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी थी। यह मामला तीन दिन पहले का है। उस दिन मुनव्वर राणा एक निजी न्यूज चैनल के डिबेट में शामिल होने गए थे। वहां उन्होंने कहा था कि महर्षि वाल्मीकि वाल्मीकि जो पहले क्या थे और बाद में क्या हो गए। उन्होंने कहा था कि इसी तरह तालिबान भी पहले से बदल चुके हैं और अब पहले जैसा माहौल नहीं है। मुनव्वर राणा ने ये भी कहा कि तालीबानियों पर भरोसा किया जा सकता है।
बता दें कि इससे पहले सपा के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क पर भी यूपी के संभल थाने में केस दर्ज हो चुका है। बर्क ने भी तालिबान की तारीफ के कसीदे काढ़े थे। जिसके बाद एक स्थानीय बीजेपी नेता ने संभल थाने में उनके खिलाफ केस दर्ज कराया था। बर्क के बेटे महमूर ने भी तालिबान की तारीफ की थी। इसके अलावा पीस पार्टी प्रवक्ता और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता सज्जाद नोमानी ने भी तालिबान की तारीफ की थी।