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Action Begins: ममता सरकार के लिए मुश्किलों का दौर शुरू, इस मामले में CBI ने दर्ज किए 9 केस

West Bengal Violence: इस मामले में कलकत्ता हाईकोर्ट में एक अर्जी दाखिल की गई थी। अर्जी पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम बनाकर जांच कराई। टीम ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि राज्य में कई जगह हिंसा की घटनाएं हुई हैं। जिनमें पुलिस और प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। टीम ने सभी मामलों की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की थी।

कोलकाता। जांच एजेंसी सीबीआई ने कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देश के बाद पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा के मामलों की जांच करते हुए अब तक 9 केस दर्ज किए हैं। हाईकोर्ट ने बीते दिनों इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी थी। कोर्ट ने सीबीआई से कहा था कि वह हिंसा के सभी मामलों की जांच करे और कोर्ट इस पर नजर रखेगा। वहीं, दूसरे मामलों की जांच के लिए हाईकोर्ट ने एक एसआईटी बनाने का भी फैसला किया था। सीबीआई को मामलों की जांच के लिए सभी दस्तावेज और सबूत देने का आदेश बंगाल पुलिस को कोर्ट ने दिया था। बता दें कि पश्चिम बंगाल में चुनाव के नतीजे आने के बाद कई जगह बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या और महिलाओं से गैंगरेप की घटनाएं सामने आई थीं।

mamata banerjee

इस मामले में कलकत्ता हाईकोर्ट में एक अर्जी दाखिल की गई थी। अर्जी पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम बनाकर जांच कराई। टीम ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि राज्य में कई जगह हिंसा की घटनाएं हुई हैं। जिनमें पुलिस और प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। टीम ने सभी मामलों की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की थी।

इसके बाद हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए जांच सीबीआई को सौंप दी। साथ ही हिंसा से पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने का आदेश भी राज्य की ममता बनर्जी सरकार को दिया था। राज्य सरकार लगातार कहती रही थी कि हिंसा की घटनाओं के बारे में बढ़ा-चढ़ाकर दावा किया जा रहा है, लेकिन मानवाधिकार आयोग की कमेटी ने पाया कि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई ही नहीं की थी।