नई दिल्ली। देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस अब लोकसभा में सत्ता पक्ष को कड़ी चुनौती देने के लिए संसदीय दल का नेता बदल सकती है। बता दें कि अभी तक यह पद अधीर रंजन के पास है। हालांकि माना जा रहा है कि अधीर रंजन को मानसून सत्र से हटाया जा सकता है और किसी नए नाम को इस पद के लिए चुना जा सकता है। बता दें कि जी-23 कांग्रेस के उन नेताओं का समूह है जिन्होंने समय-समय पर कांग्रेस नेतृत्व को बदलने की मांग की। ऐसे नेताओं को कांग्रेस की खिलाफत करने वाला भी बताया गया। वहीं जिन नेताओं के नाम अधीर रंजन की जगह संसदीय दल नेता के तौर पर सामने आ रहे हैं उनमें मनीष तिवारी और शशि थरूर हैं। इसके कांग्रेस आलाकमान इन दोनों के अलावा गौरव गोगोई, रवनीत सिंह बिट्टू और उत्तम कुमार रेड्डी के नामों पर भी गौर कर रही है।
वहीं अधीर रंजन पर जानकारी देते हुए कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि, अधीर रंजन चौधरी को उनके पद से हटाया जा सकता है। संसदीय दल के नेता के साथ पार्टी का चीफ व्हिप भी बदला जा सकता है। पार्टी के एक नेता ने कहा कि नए नेता के नाम का ऐलान लोकसभा अध्यक्ष की तरफ से बुलाई गई पार्टी नेताओं की बैठक से पहले कर दिया जाएगा।
बता दें कि शशि थरूर और मनीष तिवारी भले ही लोकसभा में विपक्ष नेता के तौर पर चुने जा सकते हैं, लेकिन बीते साल अगस्त में इन दोनों ने भी पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर मांग की थी कि, नेतृत्व में बदलाव किया जाय। बता दें कि इस पत्र के बाद से कांग्रेस में बवाल मच गया था। इस पत्र को लेकर कांग्रेस दो धड़ो में नजर आ रही थी। जहां असंतुष्ट नेताओं का समूह इस पत्र के समर्थन में था तो वहीं बाकी लोग इन पत्र लिखने वाले नेताओं के खिलाफ नजर आ रहा था। गौरतलब है कि इस चिट्ठी को लिखने वाले नेताओं को फलस्वरूप कई अहम पदों से हाथ धोना पड़ गया था।