नई दिल्ली। नेताओं के बिगड़े बोल आए दिन सुनाई देते हैं। इसी तरह के बिगड़े बोल ने कांग्रेस के सांसद और मीडिया विभाग के प्रमुख जयराम रमेश को मुश्किल में डाल दिया है। जयराम रमेश को कांग्रेस छोड़कर गए बड़े नेता गुलाम नबी आजाद ने 2 करोड़ की मानहानि का नोटिस भेजा है। जयराम रमेश को ये नोटिस डमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के प्रमुख गुलाम नबी को ‘गुलाम’ कहने पर भेजा गया है। गुलाम नबी आजाद के कानूनी सलाहकार नरेश कुमार गुप्ता ने प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाकर जयराम रमेश से 2 करोड़ रुपए मुआवजे की मांग इस नोटिस के जरिए की है।
#BREAKING | DPAP प्रमुख ग़ुलाम नबी आज़ाद ने कांग्रेस नेता जयराम रमेश को भेजा मानहानि का नोटिस…#GhulamNabiAzad #DPAP #JairamRamesh #JammuKashmir pic.twitter.com/rmHOigvROf
— News18 Jammu (@News18Jammu) February 25, 2023
गुलाम नबी की तरफ से जयराम रमेश को भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि आप राष्ट्रीय स्तर पर आजाद के बढ़ते सम्मान और उनकी इज्जत को कलंकित करने के लिए हमेशा मौके की तलाश में रहते हैं। गुलाम नबी आजाद को पद्म भूषण सम्मान मिलने के बाद आपने अपने ट्विटर हैंडल पर उनके लिए बार-बार ‘गुलाम’ शब्द का इस्तेमाल जानबूझकर किया। नोटिस में कहा गया है कि जयराम रमेश ने गुलाम शब्द का इस्तेमाल स्लेव के तौर पर किया है। इससे आईपीसी की धारा 500 का उल्लंघन हुआ है और जयराम रमेश मुआवजे का भुगतान करने के लिए उत्तरदायी हैं।
नोटिस में ये भी कहा गया है कि गुलाम नबी आजाद के खिलाफ मीडिया को दिए गए बयान भी द्वेषपूर्ण थे। इससे आजाद को मानसिक पीड़ा, यातना और उत्पीड़न हुआ। उनकी छवि खराब हुई। आजाद के कानूनी सलाहकार ने जयराम रमेश को नोटिस में ये भी कहा है कि दो हफ्ते में वो मीडिया या संचार के किसी और माध्यम से बिना शर्त माफी मांगें। कांग्रेस नेतृत्व से मनमुटाव की वजह से गुलाम नबी आजाद ने अगस्त 2022 में पार्टी छोड़ दी थी। जिसके बाद उन्होंने नई पार्टी बनाई थी। कांग्रेस छोड़ने के बाद जयराम रमेश ने कहा था कि आजाद गुलाम थे। दरअसल, गुलाम नबी की राज्यसभा सदस्यता खत्म होते वक्त पीएम नरेंद्र मोदी ने उनकी तारीफ की थी। आजाद ने भी मोदी की तारीफ में शब्द कहे थे। जिसके कुछ समय बाद जब गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस छोड़ी, तो जयराम रमेश ने उनके लिए गुलाम शब्द का इस्तेमाल किया था।