नई दिल्ली। कांग्रेस कार्यसमिति की सोमवार को बैठक थी। इस बैठक के बाद कांग्रेस कार्यसमिति की तरफ से तमाम मसलों पर प्रस्ताव जारी किया गया। इस प्रस्ताव में इजरायल और फिलिस्तीन के बीच जारी जंग पर भी कांग्रेस ने राय रखी है। कांग्रेस ने फिलिस्तीन को समर्थन देने की बात अपने प्रस्ताव में कही है। अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक फिलिस्तीन को समर्थन देने और हमास के आतंकी हमले का जिक्र कार्यसमिति के प्रस्ताव में न किए जाने से कांग्रेस में ही मतभेद उभर आए हैं। अखबार का कहना है कि इस मसले पर कांग्रेस के कई नेता नाराज हैं।
द इंडियन एक्सप्रेस ने कांग्रेस कार्यसमिति में शामिल एक नेता के हवाले से बताया है कि उन्होंने प्रस्ताव में हमास के आतंकी हमले का जिक्र न किए जाने पर नाराजगी जताई। इस नेता का कहना है कि कांग्रेस कार्यसमिति का प्रस्ताव बेतुका है और ऐसा लगता है कि हम आतंकवाद का समर्थन कर रहे हैं। वहीं, ये बात भी सामने आ रही है कि कांग्रेस कार्यसमिति ने प्रस्ताव का जो मसौदा तय किया था, उसमें कहीं भी इजरायल-हमास मामले का जिक्र नहीं था। ऐसे में माना जा रहा है कि प्रस्ताव जारी करने से ठीक पहले इसे जोड़ा गया।
अखबार की खबर के मुताबिक कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के बाद वरिष्ठ सदस्य रमेश चेन्नीथला ने मांग की थी कि प्रस्ताव में हमास के आतंकी हमले का जिक्र करते हुए फिलिस्तीन के लोगों के साथ एकजुटता की बात कहनी चाहिए। जिसके बाद ही प्रस्ताव में तुरंत इस बारे में लिखा गया, लेकिन हमास या इजरायल पर उसके आतंकी हमले का कोई जिक्र नहीं किया गया। अब इसी मसले पर कांग्रेस बाहर और अंदर दोनों तरफ घिरती दिख रही है।