नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच एक टूलकिट को लेकर जुबानी जंग तेज हो गई है। बता दें कि भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि, कांग्रेस ने कोरोना काल में भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि खराब करने के लिए एक टूलकिट का सहारा लिया। इस टूलकिट को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से और कई मीडिया चैनल जिसे चला रहे हैं एक डॉक्यूमेंट मिला है। सोशल मीडिया में कांग्रेस का एक टूलकिट चल रहा है कि महामारी में भी किस तरह राजनीति करनी है और भ्रम की स्थिति उत्पन्न करके कांग्रेस अपने राजनीतिक मंसूबे को मजबूत करना चाहती है। इस पूरे मामले में पर अब कांग्रेस ने पलटवार किया है। बता दें कि जुबानी हमला बोलते हुए कांग्रेस नेता राजीव गौड़ा ने इन आरोपों को झूठा करार दिया और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और संबित पात्रा समेत कई नेताओं पर एफआईआर कराने की बात कही थी।
Toolkits are not alien to the Congress and their eco-system. Infact, a substantial part of their energy goes into making them. Here is a toolkit on the Central Vista…they make one Toolkit of the other every week and when exposed, they “deny” it. #CongressToolkitExposed pic.twitter.com/fsR8VZUOov
— Sambit Patra (@sambitswaraj) May 18, 2021
दर्ज हुई FIR
बता दें कि मंगलवार को कांग्रेस ने बीजेपी पर कोरोना महामारी के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि बचाने के लिए ‘फर्जी टूलकिट’ तैयार करने का आरोप लगाया। इसके अलावा कांग्रेस ने सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, वरिष्ठ नेता बीएल संतोष, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा तथा कई अन्य नेताओं के खिलाफ दिल्ली पुलिस में जालसाजी की शिकायत दर्ज कराई है।
कांग्रेस ने भाजपा द्वारा लगाए गए आरोपों पर कहा है कि, प्रमुख सोशल मीडिया मंचों के प्रबंधकों को कांग्रेस एक पत्र लिखेगी और झूठ फैलाने वाले इन वरिष्ठ बीजेपी नेताओं के सोशल मीडिया अकाउंट सस्पेंड करने का आग्रह भी करेगी। कांग्रेस ने जानकारी दी कि, नई दिल्ली के तुगलक रोड थाने में पार्टी के शोध विभाग के प्रमुख राजीव गौड़ा और सोशल मीडिया विभाग के प्रमुख रोहन गुप्ता की तरफ से शिकायत दर्ज कराई गई है।
भाजपा का क्या है आरोप
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने मीडिया संबोधित करते हुए कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया है। दरअसल पात्रा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हाल के दिनों में कोरोना को लेकर एक टूलकिट के जरिए पीएम मोदी और देश को बदनाम करने की साजिश की है। उस टूल किट के दस्तावेज भारतीय जनता पार्टी के पास उपलब्ध हैं। साथ ही पात्रा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस आपदा में राजनीति कर रही है।
संबित पात्रा के मुताबिक कांग्रेस का यह ‘टूलकिट’ उन्हें सोशल मीडिया के जरिए मिला है और महामारी के दौरान पीएम मोदी और सरकार की छवि सोशल मीडिया में कैसे खराब की जाए, इसका सुझाव कांग्रेस ने इस ‘टूलकिट’ के जरिए अपने कार्यकर्ताओं को दिया है।
पात्रा का आरोप है कि, कांग्रेस ने टूल किट में कुंभ को लेकर कहा है कि सरकार ने इस इवेंट को अपनी मंजूरी दी थी। संबित पात्रा का यह भी आरोप है कि टूल किट में कांग्रेस पार्टी की तरफ से अपने लोगों को कहा गया था कि कुंभी की भीड़ को अधिक वायरल करना है तो वहीं ईद की भीड़ की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर नहीं करनी है और कुंभ तथा ईद की भीड़ की तुलना से भी बचना है।
टूल किट को लेकर संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस ने अपने लोगों हिदायत दी थी कि, जहां-जहां लोगों का दाह संस्कार हो रहा है और शव दिख रहे हैं, उनके तस्वीरें खींचकर भेजें। संबित पात्रा ने कहा कि गिद्ध भी इस तरह का व्यव्हार नहीं करते जिस तरह का व्यव्हार कांग्रेस पार्टी अपने कार्यकर्ताओं को करने के लिए कह रही है।
पात्रा ने कहा कि टूल किट में कोरोना के नए स्ट्रेन को ‘भारतीय स्ट्रेन’ के नाम से संबोधित करने के लिए कहा गया है और सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने वाले लोगों को इसे ‘मोदी स्ट्रेन’ के नाम से प्रचलित करने के लिए कहा गया है। इसके साथ में यह भी कहा गया है कि ऐसे लोगों को सामने लाइए जो कांग्रेस के मित्र होने के साथ इंटलेक्चुअल हैं और प्रधानमंत्री मोदी को उनसे गंदे शब्दों का प्रयोग करवाइए ताकि देश में उन शब्दों को मान्यता मिल सके।
पात्रा का आरोप है कि, टूल किट में नए संसद भवन के प्रोजेक्ट को ‘मोदी का घर’ बताने की बात कही गई है। इसके अलावा टेलीविजन चैनलों पर बहस के दौरान कांग्रेस प्रवक्ता इसे मोदी का घर कहकर ही पुकारते थे। संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी रोज सुबह डिस डोक्युमेंट के सहारे सरकार पर निशाना साधते थे वह डोक्यूमेंट भारतीय जनता पार्टी के पास आ गया है।
टूल किट में बताई गई बातों को लेकर संबित पात्रा का आरोप है कि, टूल किट में यह भी सुझाव दिया गया था कि बड़े नेता केंद्र सरकार को कोरोना के लिए चिट्ठी लिखें और उसी के बाद सोनिया गांधी तथा राहुल गांधी ने चिट्ठी लिखना शुरू की।