नई दिल्ली। लोकसभा सदस्यता बहाल होने के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा में जाकर और मणिपुर मुद्दे और विपक्षी अविश्वास प्रस्ताव को लेकर केंद्र सरकार को घेरने का प्रयास किया। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह के ऊपर तमाम सवाल उठाए। इस दौरान केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी जोरदार पलटवार करते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए, उन्होंने कांग्रेस पर अशांति को बढ़ावा देने, विरोधाभासी रुख प्रदर्शित करने और संदिग्ध लोगों से संबद्ध होने का आरोप लगाया। लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ राहुल गांधी के भाषण के बाद तीखी बहस के बीच ये आरोप लगे।
केंद्रीय मंत्री ईरानी ने राहुल गांधी पर आरोप लगाते हुए कहा उन्होंने देश के भीतर अशांति भड़काने के लिए भड़काऊ बयानों की ‘केरोसिन’ का इस्तेमाल किया। ईरानी ने गांधी द्वारा “स्पार्क” शब्द के प्रयोग को विशेष रूप से चिंताजनक बताया, जो राजनीतिक लाभ के लिए उथल-पुथल भड़काने की रणनीति दर्शाता है।
इसके अलावा, ईरानी ने कश्मीरी पंडित समुदाय के पीड़ितों के प्रति कांग्रेस की कथित उदासीनता की ओर भी इशारा किया। उन्होंने गिरिजा टीकू के मामले पर प्रकाश डाला, जो क्रूर बलात्कार और हत्या से जुड़ी एक दुखद घटना थी, जिसे कथित तौर पर कांग्रेस नेताओं के दमन का सामना करना पड़ा था। इससे कांग्रेस की प्राथमिकताओं और न्याय के प्रति प्रतिबद्धता पर बहस छिड़ गई है।
Never Forget – Congress Does Not Want Anyone To Kashmiri Pandit Victims
A stark illustration is the Girija Tikoo case, where she suffered a brutal rape and murder by five men. Even a film spotlighting the tragedy faced suppression from Congress leaders.@smritiirani… pic.twitter.com/gdxY5YYG3E
— Know The Nation (@knowthenation) August 9, 2023
कांग्रेस पार्टी को कॉर्पोरेट संस्थाओं पर अपने रुख के लिए भी आलोचना का सामना करना पड़ा है, विशेष रूप से अडानी समूह के साथ अपने जुड़ाव के लिए। जबकि पार्टी ने अडानी से जुड़ी चिंताओं पर ध्यान आकर्षित किया है। स्मृति ईरानी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की सरकार के दौरान अड़ानी को भरपूर समर्थन दिया गया, लेकिन कांग्रेस पार्टी उल्टा बीजेपी पर आरोप लगा रही है।