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आ गया ऐसा उपकरण जो हजारों की भीड़ में भी कर लेगा कोरोना संक्रमित की पहचान

दुनियाभर के शोधकर्ता और वैज्ञानिक जहां कोरोना वायरस की वैक्‍सीन व दवा बनाने में लगे हैं। वहीं, दुनियाभर के टेक्‍नीशियंस रोबोट और दूसरे ऐसे उपकरण बनाने में जुटे हैं, जिससे वैश्विक महामारी के खिलाफ जंग में मदद की जा सके।

नई दिल्ली। भारत में कोरोनावायरस ने बीते 1 महीने में जो रफ्तार पकड़ी है वो चिंताजनक है। इस वायरस को किसी तरह काबू करने के लिए कई तरह की रिसर्च की जा रही हैं। मगर अबतक कोई पुख्ता इलाज नहीं मिल सका है। दुनियाभर के शोधकर्ता और वैज्ञानिक जहां कोरोना वायरस की वैक्‍सीन व दवा बनाने में लगे हैं। वहीं, दुनियाभर के टेक्‍नीशियंस रोबोट और दूसरे ऐसे उपकरण बनाने में जुटे हैं, जिससे वैश्विक महामारी के खिलाफ जंग में मदद की जा सके।

Doctors Corona

इस बार आईआईटी (IIT) के तीन पूर्व छात्रों के स्‍टार्टअप ने ऐसा खास उपकरण बनाया है, जिसकी नजर से सार्वजनिक जगह पर घूम रहा संक्रमित व्‍यक्ति हजारों की भीड़ में भी छुप नहीं हो पाएगा। ये खास ड्रोन संक्रमित व्‍यक्ति की पहचान ही नहीं करेगा, बल्कि तुरंत पुलिस और स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना भी दे देगा।

टेम्‍प्रेचर जांच कर संक्रमित को आइसोलेट करने में करेगा मदद

हैदराबाद में आईआईटी के पूर्व छात्रों का बनाया इंफ्रारेड कैमरे से लैस ये ड्रोन भीड़-भाड़ वाले इलाकों में कोविड-19 के लक्षण वाले शख्स को पहचान कर उसे आइसोलेट करने में मदद करेगा। दरअसल, ये ड्रोन भीड़ में मौजूद हर शख्‍स का बॉडी टेम्‍प्रेचर लेगा और जिसे बुखार होगा उसकी पहचान कर लेगा।

कहा जा रहा है कि ये ड्रोन लॉकडाउन में मिली छूट के बाद संक्रमण के फैलने की रफ्तार को काबू रखने में काफी मदद कर सकता है। वहीं, लॉकडाउन पूरी तरह से खुलने के बाद वैश्विक महामारी के खिलाफ अहम हथियार साबित होगा। मारुत ड्रोन के सीईओ प्रेम कुमार विशालावथ ने कहा कि इस ड्रोन से थर्मल स्क्रीनिंग का फायदा यह है कि किसी को एक-एक आदमी के पास जाकर उसके तापमान की जांच करने की जरूरत नहीं है। इसकी मदद से भीड़ में खड़े बुखार वाले व्‍यक्ति की पहचान कर उसका कोविड-19 टेस्ट कराया जा सकता है।