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इन 18 जिलों ने अगर कोरोना पर काबू पा लिया तो महामारी से जंग जीत सकता है भारत

देशभर से बीते 24 घंटों में 1500 से ज्यादा कोरोना के पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं। हालांकि, इस बीच कोरोना से जुड़े कुछ आंकड़ों ने राहत दी है।

नई दिल्ली। पूरे देश में कोरोनावायरस लगातार अपने पैर पसारता जा रहा है। एक के बाद एक देश के कई हिस्सों से इस महामारी के नए मामले सामने आ रहे हैं। देशभर से बीते 24 घंटों में 1500 से ज्यादा कोरोना के पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं। हालांकि, इस बीच कोरोना से जुड़े कुछ आंकड़ों ने राहत दी है।

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दरअसल, इस वक्त देश के कुल कोरोना वायरस मरीजों में से 50 फीसदी मरीज 18 जिलों से हैं। यदि सरकार ने इन 18 जिलों में संक्रमण को रोक लिया तो भारत को कोरोना पर जीत हासिल करने से शायद ही कोई रोक सके। वहीं, इसके अलावा 40 फीसदी जिलों में कोरोना का कोई भी मामला नहीं है। इन जिलों से कोरोनावायरस का एक भी मामला सामने नहीं आना कहीं ना कहीं इस महा संकट से जूझ रहे भारत के लिए राहत की सांस है।

इस वायरस से संक्रमण के कुल मामले भारत के 736 जिलों में से 411 जिलों से सामने आए हैं। इनमें भी 18 जिलों में संक्रमित मरीजों की संख्या में से 46 फीसदी मरीज सामने आए हैं। कुछ जगहों पर जैसे मुंबई (महाराष्ट्र), इंदौर (मध्य प्रदेश), हैदराबाद (तेलंगाना), रांची (झारखंड) और खुर्दा (ओडिशा) में अपने राज्यों के कुल 50 फीसदी से ज्यादा मामले सामने आए हैं। वहीं, दिल्ली और तमिलनाडु को छोड़ दिया जाए तो सभी राज्यों के 25 फीसदी से ज्यादा मामले उनके सबसे अधिक प्रभावित एक जिले से हैं। ऐसे में कुछ जिलों को छोड़ दें तो अधिकतर जगहों से कोविड-19 से जुड़े आंकड़ों में राहत नजर आती है।

पूरे देश में कोविड-19 संक्रमण के मरीजों की संख्या सोमवार सुबह 17 हजार के आंकड़े के भी पार पहुंच गई है। इस बारे में स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक, संक्रमण के मामले बढ़ कर 17,265 हो गए। वहीं, देश में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या सोमवार को बढ़ कर 543 हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी देश में कोविड-19 से संक्रमित 14,175 लोगों का उपचार चल रहा है। जबकि 2,546 लोग उपचार के बाद ठीक हो गए हैं और उन्हें अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है। एक व्यक्ति विदेश चला गया है।

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इन मामलों में 77 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। गौरतलब है इस महायुद्ध में हर गांव, हर शहर, हर राज्य महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। घरों में रहकर इसको रोकने की सामूहिक भावना ही इस वायरस पर काबू पाने का एकमात्र सबसे अच्छा उपाय है। कुछ अपवादों को छोड़ दें तो भारत के अधिकतर लोग इस नियम को मान रहे हैं।