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कोरोना के कहर के बीच बेजुबान जानवरों के लिए फरिश्ता बनकर आए यूपी पुलिस के ये अधिकारी

उत्तर प्रदेश में बरेली का धोपेश्वर मंदिर लॉकडाउन के कारण चार दिनों से बंद रहा तो श्रद्धालुओं के भरोसे रहने वाले लावारिस कुत्ते भूख से बेहाल हो गए। शुक्रवार को उधर से गुजरते समय डीआईजी राजेश पांडेय की नजर लावारिस कुत्तों पर पड़ी तो उन्होंने खाने की व्यवस्था कर खुद अपने हाथों से कुत्तों को खिलाया

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बरेली का धोपेश्वर मंदिर लॉकडाउन के कारण चार दिनों से बंद रहा तो श्रद्धालुओं के भरोसे रहने वाले लावारिस कुत्ते भूख से बेहाल हो गए। शुक्रवार को उधर से गुजरते समय डीआईजी राजेश पांडेय की नजर लावारिस कुत्तों पर पड़ी तो उन्होंने खाने की व्यवस्था कर खुद अपने हाथों से कुत्तों को खिलाया। डीआईजी ने सभी लोगों से लॉकडाउन के दौरान निरीह पशुओं की देखभाल करने की अपील की है।

DIG RAJESH PANDEY

दरअसल, लॉकडाउन के कारण लोग घरों में कैद हो गए हैं। इस कारण लावारिस पशुओं के सामने भोजन की समस्या खड़ी हो गई है। बरेली के धोपेश्वर मंदिर के आसपास कई लावारिस कुत्ते हमेशा रहते हैं। यहां आने वाले श्रद्धालुओं के प्रसाद से कुत्तों का पेट भर जाता था। मगर पिछले 22 मार्च से मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया, जिसके बाद से कुत्तों को कुछ खाने को नहीं मिल रहा था। वायरल तस्वीर में देखा जा रहा है कि डीआईजी राजेश पांडेय को कई कुत्ते घेरे हुए हैं।

DIG Rajesh Pandey

डीआईजी पांडेय ने कहा, “धोपेश्वरनाथ महादेव मंदिर में 22 मार्च से ही ताला बंद कर दिया गया है। इस मंदिर के विशाल प्रांगण में रहने वाले कुत्ते जो आने वाले श्रद्धालुओं के प्रसाद से ही अपना पेट भरते थे, चार दिनों से भूख से परेशान थे।

DIG RAJESH PANDEY g

 

लोगों से मेरी अपील है कि आसपास के परिवेश में ऐसे निरीह जीव-जंतु और पक्षियों का भी ध्यान दें।” डीआईजी की अपील अपनी जगह सही है, मगर लोग असमंजस में हैं कि वे लॉकडाउन का नियम तोड़कर लावारिस जीव-जंतुओं का पेट कैसे भरें।