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तबलीगी जमात का गुणगान पड़ गया भारी, कर्नाटक सरकार ने इस अधिकारी को थमाया नोटिस

तबलीगी जमात की वजह से कर्नाटक सरकार ने सीनियर आईएएस अधिकारी मोहम्मद मोहसिन को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

नई दिल्ली। भारत में कोरोनावायरस शुरुआती तौर पर उतना घातक दिखाई नहीं दे रहा था जितना कि तबलीगी जमात के मामले सामने आने के बाद हो गया। दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात की मरकज में एक छोटी सी जगह पर करीब ढाई हजार जमाती मौजूद थे जिनमें कई विदेशी जमाती भी शामिल होने आए थे जिनकी वजह से तेजी से मरकज के अंदर कोरोनावायरस फैला।

तबलीगी जमात के कई सदस्यों पर केस दर्ज हुए और अब इसी तबलीगी जमात की वजह से कर्नाटक सरकार ने सीनियर आईएएस अधिकारी मोहम्मद मोहसिन को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। मोहसिन ने कोरोना मुक्त हो चुके तबलीगी जमात के सदस्यों के प्लाज़्मा डोनेशन पर टिप्पणी की थी। मोहसिन पिछले साल उस समय भी चर्चा में आए थे जब अप्रैल में ओडिशा दौरे के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हेलीकॉप्टर की जांच करने की कोशिश की थी और चुनाव आयोग ने उन्हें निलंबित कर दिया था।

मोहसिन ने 27 अप्रैल को ट्वीट किया, ‘300 से अधिक तब्लीगी हीरो अकेले दिल्ली में अपना प्लाज्मा देश के लिए दान कर रहे हैं। किसके लिए? गोदी मीडिया इन हीरोज के मानवता के लिए किए जा रहे काम को नहीं दिखाएगी।’ साल 1996 के आईएएस बैच के अधिकारी मोहसिन के इस ट्वीट पर काफी बवाल हुआ। लोगों ने कहा कि एक सीनियर अधिकारी को इस तरह का ट्वीट नहीं करना चाहिए था।

मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं। कर्नाटक सरकार ने कहा कि उनके ट्वीट को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

नोटिस में सरकार ने कहा, ‘इस ट्वीट को मीडिया में मिले निगेटिव रिऐक्शन का सरकार ने गंभीरता से संज्ञान लिया है। कोविड-19 गंभीर मामला है और इससे निपटने के लिए संवेदनशीलता बेहद जरूरी है।’

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि वह शक्तिशाली अधिकारियों पर भी कार्रवाई करने से नहीं हिचकेगी। अगर उनकी गतिविधियां ऐसे समय में समरसता को खराब करती है जब कोविड-19 के खिलाफ एकजुटता की जरूरत है।’ बता दें कि तब्लीगी जमात उस वक्त चर्चा में आया जब सरकार के निर्देशों के बावजूद दक्षिण दिल्ली के निजामुद्दीन के मरकज में धार्मिक जमावड़ा हुआ और इसमें शामिल कई लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए। बाद में देश के अलग-अलग राज्यों में जमात के सदस्यों के संपर्क में आए लोगों में भी कोरोना संक्रमण पाया गया। गौरतलब है कि हर राज्य सरकार तब्लीगियों को सख्ती से ले रही है। क्योंकि जहां जहां जमाती फैले हैं वहां कोरोना संक्रमण दर तेजी से बढ़ी है।