नई दिल्ली। उत्तराखंड (Uttarakhand) के जोशीमठ (Joshimath) में अब तक आम लोगों के घरों में टूट का खतरा बना हुआ था लेकिन अब सेना के कुछ बैरकों में दरार आ गई है। मामले सामने आने के बाद कुछ जवानों को ऊपर के दूसरे बैरक में शिफ्ट किया गया है। बताया जा रहा है कि जोशीमठ में सेना के जिन बैरकों में दरार आई है वो नदी के करीब है। हालांकि सेना का बिग्रेड हेड क्वार्टर इस वक्त सुरक्षित है।
मिली जानकारी के मुताबिक, निचले इलाके पर दरार का प्रभाव देखा जा रहा है। निगरानी के लिए सेना और आईटीबीपी डटी हुई है। बीते मंगलवार को रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट जोशीमठ में सेना के आला अधिकारियों के साथ स्थिति का आंकलन कर चुके हैं।
इधर पूरे मामले पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने कहा है कि वो जोशीमठ के लोगों के साथ हर हालात में खड़े हैं। पूरी सरकार और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनके सहयोग का वादा कर चुके हैं। जोशीमठ में उपजे इस खतरे से निपटने का काम चल रहा है। आज गुरुवार को भी कई समूहों के साथ बैठकें की जानी है।
इस समय हम हर तरीके से जोशीमठ के लोगों के साथ खड़े हैं, पूरी सरकार उनके साथ खड़ी हैं और PM मोदी ने हर तरीके से पूरा सहयोग देने का भरोसा दिया है। यहां पर पूरी टीम काम कर रही है। आज लगातार हमारी विभिन्न समूहों के साथ बैठकें होंगी: जोशीमठ भू-धंसाव पर उत्तराखंड CM पुष्कर सिंह धामी pic.twitter.com/ogERuTH9DQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 12, 2023
आपको बता दें, लगातार घरों में आ रही दरारों और मकानों के धंसने के बाद जोशीमठ को ‘sinking zone (धंसता क्षेत्र)’ घोषित कर दिया गया है। बीते कुछ दिनों में यहां घर, सड़क, दुकाने, पहाड़ों के धंसने से लोगों में डर का माहौल है। लोग खतरे के देखने के बाद भी अपने घरों को छोड़ने के लिए राजी नहीं है। लोगों का कहना है कि सरकार पहले उन्हें मुआवजा दें इसके बाद ही वो घरों को खाली करेंगे।