रायपुर। छत्तीसगढ़ में दोबारा सरकार बनाने की कोशिश में जुटे कांग्रेस के दिग्गज नेता और मौजूदा सीएम भूपेश बघेल की मुश्किलों में इजाफा हो सकता है। महादेव बेटिंग एप मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी भूपेश बघेल को तलब कर सकती है। ईडी ने बीते दिनों आरोप लगाया था कि महादेव बेटिंग एप वालों ने भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपए दिए। ईडी ने कहा था कि इस मामले में जांच जारी है। ईडी ने महादेव बेटिंग एप से जुड़े एक शख्स को 5 करोड़ से ज्यादा की नकदी के साथ गिरफ्तार किया था। इसके बाद ही भूपेश बघेल का नाम पहली बार इस मामले में उछला। वहीं, भूपेश बघेल का कहना है कि वो महादेव बेटिंग एप से जुड़े किसी भी व्यक्ति को नहीं जानते। बघेल का कहना है कि राजनीतिक कारणों से ईडी के जरिए केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी उनको फंसाना चाह रही है।
इससे पहले खुद को महादेव बेटिंग एप का मालिक बताने वाले शुभम सोनी नाम के शख्स का वीडियो आया था। इस वीडियो में शुभम सोनी ने भूपेश बघेल का नाम लिया था। शुभम सोनी ने वीडियो में कहा था कि उसने ही महादेव बेटिंग एप शुरू किया था और बाद में दूसरे लोग भी इसका हिस्सा बनते गए। शुभम ने वीडियो में दावा किया था कि उसके साथ काम करने वालों को पुलिस ने पकड़ना शुरू किया, तो उसने छत्तीसगढ़ में वर्मा नाम के एक शख्स से संपर्क किया। इस शख्स ने उससे हर महीने 10 लाख रुपए लिए। फिर भी महादेव बेटिंग एप के लोगों को पुलिस पकड़ती रही। शुभम सोनी ने कहा था कि इस बारे में बात करने पर वर्मा उसे सीएम भूपेश बघेल के पास ले गया। फिर पुलिस कार्रवाई धीमी पड़ गई। उसने वीडियो में दावा किया था कि उसने सीएम बघेल को 508 करोड़ दिए।
ईडी ने भूपेश बघेल पर आरोप लगाते हुए दावा किया है कि 5 करोड़ रुपए के साथ जिस शख्स को गिरफ्तार किया गया, उससे महादेव बेटिंग एप चलाने वालों के चैट भी उसे मिले हैं। इन चैट में महादेव बेटिंग एप चलाने वाले उस शख्स से कह रहे हैं कि ये रकम रायपुर में बघेल तक पहुंचा दे। इसी वजह से अब भूपेश बघेल ईडी के रडार पर आ गए हैं। बता दें कि छत्तीसगढ़ में अन्य कई मामलों में ईडी ने इससे पहले सत्तारूढ़ कांग्रेस के नेताओं और अफसरों पर भी कार्रवाई की है। अब उसकी जांच सीएम भूपेश बघेल की तरफ मुड़ी है।