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MP: ईसाई धर्म गुरु के यहां मिला नोटों का अंबार, उड़े अधिकारियों के होश, गिनने के लिए मंगानी पड़ी मशीनें

EOW raided the place of Christian religious leader: आर्थिक अपराध शाखा (EWS ) के अधिकारियों ने उपरोक्त कार्रवाई को अंजाम दिया है। इतना ही नहीं, ईसाई धर्म गुरु पर आरोप है कि उसने मिशनरी स्कूल को संचालित करने के नाम पर 2 करोड़ 70 लाख रुपए की हेराफेरी भी की है। बहरहाल, जांच एजेंसी आरोपी धर्म गुरु के विरुद्ध कार्रवाई का सिलसिला शुरू कर चुकी है।

नई दिल्ली। यूं तो ईसाई धर्म गुरुओं पर विदेशों से फंड हासिल कर धार्मिक संस्थाओं को संचालित किए जाने के आरोप लगते रहे हैं, जिन्हें कई चश्मों से देखा जाता रहा है और कई मौकों पर इसे लेकर गर्मागर्म बहस भी होती दिखी है। कई मर्तबा तो इन मसलों को लपककर सियासी नुमाइंदे सियासत भी करते दिखें हैं। खैर, अब इसी बीच ताजा मामला मध्य प्रदेश के जबलपुर से प्रकाश में आया है, जहां छापेमारी के दौरान एक ईसाई धर्म गुरु के यहां नोटों का अंबारा मिला है, जिसे देखने के बाद अधिकारियों के होश फाख्ता हो गए। ईसाई धर्म गुरु के यहां से नोटों के उमड़ते सैलाब के बेइंतहा थाह का अंदाजा आप महज इसी से लगा सकते हैं कि जब अधिकारी नोटों को गिनने में असमर्थ महसूस करने लगे, तो मशीनें मंगवानी पड़ी। नोटों को गिनने के बाद ईसाई धर्म गुरु के यहां से एक करोड़ से ज्यादा कैश प्राप्त होने के साथ-साथ विदेशी मुद्रा प्राप्त होने की भी जानकारी प्रकाश में आई है।

बता दें कि आर्थिक अपराध शाखा (EWS ) के अधिकारियों ने उपरोक्त कार्रवाई को अंजाम दिया है। इतना ही नहीं, ईसाई धर्म गुरु पर आरोप है कि उसने मिशनरी स्कूल को संचालित करने के नाम पर 2 करोड़ 70 लाख रुपए की हेराफेरी भी की है। बहरहाल, जांच एजेंसी आरोपी धर्म गुरु के विरुद्ध कार्रवाई का सिलसिला शुरू कर चुकी है। उधर, अब आगामी दिनों में आरोपी के खिलाफ क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इसका सभी को इंतजार रहेगा। वहीं, आर्थिक अपराधी शाखा को उक्त छापेमारी के दौरान कागज के टुकड़े पर अंग्रेजी भाषा में लिए कुछ मजमून भी प्राप्त हुए हैं, जिसे उक्त प्रकरण में एक अहम साक्ष्य के रूप में देखा जा रहा है।

 

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वहीं, इस पूरे प्रकरण के प्रकाश में आने के बाद जांच एजेंसी के समक्ष सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर ईसाई धर्म गुरु के यहां से ये नोटों का अंबार आया कहां से? आखिर इसे प्राप्त करने का स्रोत क्या था? और इससे भी बड़ा सवाल कि आखिर उसके घर से भारतीय मुद्रा के साथ-साथ विदेशी मुद्रा आई कहां से? इसे प्राप्त करने का क्या स्रोत रहा? लाजिमी है कि आगामी दिनों में उपरोक्त प्रकरण के जांच के दृष्टिगत आर्थिक अपराध शाखा के समक्ष यह कुछ चुनिंदा प्रश्न अपिहार्य रहेंगे। बहरहाल, अब आगामी दिनों में आरोपी के खिलाफ क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम