जम्मू। जम्मू-कश्मीर के कटड़ा में यात्री बस में आग लगने की वजह आतंकी घटना हो सकती है। इस मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी NIA का ये मानना है। एनआईए सूत्रों के मुताबिक हालात इस ओर इशारा कर रहे हैं कि धमाके को स्टिकी बम से अंजाम दिया गया। इससे पहले पुलिस ने दावा किया था कि बस में आग लगने की वजह कोई बम नहीं है। शनिवार को एनआईए के विशेषज्ञों की टीम मौके पर पहुंची थी और सैंपल लिए थे। टीम ने करीब दो घंटे तक बारीक जांच की थी। इसके अलावा स्थानीय पुलिस से भी जानकारी जुटाई थी।
एनआईए टीम के लिए सैंपल की जांच के बाद पता चलेगा कि बस में बम फिट किया गया था या नहीं। कटड़ा से जम्मू जा रही ये बस कुछ किलोमीटर ही चली थी। जब इसमें आग लग गई थी। इस आग से 4 लोगों की मौत हो गई थी और 26 यात्री झुलस गए थे। कुछ यात्रियों का कहना था कि उन्होंने आग लगने से पहले जोरदार धमाके की आवाज सुनी थी। हालांकि, एडीजीपी मुकेश सिंह का कहना था कि प्रारंभिक जांच में किसी बम या विस्फोटक के बारे में पता नहीं चला है। अब एनआईए सूत्रों का कहना है कि स्टिकी बम से भी ये वारदात की जा सकती है।
इस बीच, बस में आग से मरने वाले लोगों में शामिल 2 महिलाओं मीना देवी और लक्ष्मी के शव उनके घर भिजवा दिए गए। मीना का घर कटड़ा के ही मगल पमोटा गांव में है। जबकि, लक्ष्मी का घर यूपी के बाराबंकी में है। जीएमसी हॉस्पिटल में दाखिल घायलों में से 5 को छुट्टी भी दे दी गई। यहां अभी 21 लोगों का इलाज जारी है। घायलों में कई बच्चे भी हैं। एक परिवार के 20 लोग बस में थे। इनमें से ज्यादातर घायल हुए हैं।