नई दिल्ली। हाथरस हादसे में 121 लोगों की मौत के बाद अब स्वयंभू संत सूरज पाल सिंह उर्फ नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा की ओर से पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। बाबा की ओर से भगदड़ में मरने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई गई है। वहीं, घायलों के जल्द ठीक होने कामना की गई है। इसके साथ ही बाबा की तरफ से ये सफाई दी है कि समागम में भगदड़ होने से काफी पहले ही वह वहां से निकल चुके थे।
बाबा ने यह भी दावा किया कि असामाजिक तत्वों द्वारा भगदड़ मचाई गई। बाबा की ओर से यह भी कहा गया है कि हमने सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. ए पी सिंह को अधिकृत किया है ताकि समागम के बाद कुछ विरोधी असामाजिक तत्वों द्वारा मचाई गई भगदड़ के संदर्भ में उचित कानूनी कार्रवाई की जा सके।
मैनपुरी: हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में हुई दुखद घटना पर भोले बाबा की ओर से कोई बयान नहीं आया है।भोले बाबा हाथरस से सीधे मैनपुरी के रामकुटीर आश्रम पहुंच गए हैं। आश्रम के बाहर प्राइवेट सुरक्षा कर्मी तैनात हैं। मीडिया कर्मी व अन्य किसी बाहरी व्यक्ति को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा… pic.twitter.com/syOhr4bjMX
— IANS Hindi (@IANSKhabar) July 3, 2024
वहीं, बाबा के मैनपुरी आश्रम की सुरक्षा सुबह से ही बढ़ा दी गई है। ऐसा बताया जा रहा है कि बाबा अब भी इसी आश्रम के अंदर मौजूद है। हालांकि किसी भी बाहरी व्यक्ति या मीडिया पर्सन को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। इस संबंध में मैनपुरी के पुलिस उपाधीक्षक संतोष कुमार सिंह का कहना है कि जो फोर्स सुबह तैनात थी, वही फोर्स अभी भी यहां तैनात है। सीडीआर पर हमें कोई जानकारी नहीं मिली है। हम यहां इसलिए मौजूद हैं ताकि सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और कोई भी आश्रम पर पथराव आदि की घटना को अंजाम न दे सके।
#WATCH हाथरस: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा, “घटना बहुत ही दुखद है। न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं… सरकार की प्राथमिकता है, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी। जो घायल हैं वो खतरे से बाहर हैं…118 व्यक्तियों का पोस्टमार्टम करके शवों को उनके घर… pic.twitter.com/limGcUZzH6
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 3, 2024
उधर, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने भी हाथरस पहुंचकर अस्पताल में भर्ती घायलों से मिलकर उनका हाल जाना। वहीं डाक्टरों को भी इलाज में किसी प्रकार की कोताही न बरतने के निर्देश दिए। डिप्टी सीएम ने कहा कि यह घटना बहुत ही दु:खद है। इसके न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं। सरकार की प्राथमिकता है, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सभी घायल खतरे से बाहर हैं, 118 मृतकों का पोस्टमार्टम करके शवों को उनके घर पहुंचा दिया गया है। 5 अज्ञात शव हैं जिनकी पहचान की जा रही है। ऐसी घटनाओं पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। इस दुख की घड़ी में पीड़ित परिवारों के साथ सरकार खड़ी है।