नागपुर। कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल लगातार आरोप लगाते हैं कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ RSS के कार्यक्रमों में महिलाओं को कोई जगह नहीं दी जाती। इस बार ऐसे आरोपों पर आरएसएस ने जवाब दिया है। अपने 92 साल के इतिहास में पहली बार आरएसएस ने अपने महत्वपूर्ण विजयदशमी कार्यक्रम के मौके पर मंच पर मशहूर पर्वतारोही संतोष यादव को भी बिठाया। संतोष यादव मंच पर सरसंघ चालक मोहन भागवत और अन्य पदाधिकारियों के साथ बैठीं। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद स्वयंसेवकों को संबोधित भी किया। इस तरह आरएसएस ने अपना एक नया इतिहास भी आज लिख दिया है। साथ ही विपक्षियों की जुबान भी बंद करा दी है।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस भी गणवेश में मौजूद थे। मुख्य अतिथि के तौर पर पर्वतारोही संतोष यादव को मंच पर बिठाया गया था। दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर दो बार चढ़ाई करने वाली संतोष दुनिया की पहली महिला पर्वतारोही रही हैं। अपनी स्थापना के 100 वर्ष के करीब आरएसएस पहुंचने वाला है। ऐसे में महिलाओं के अधिकारों के मामले में संगठन सजग तो हुआ ही है, महिलाओं को अपने साथ जोड़ने की कोशिश में भी जुट गया है। हालांकि, आरएसएस का सहयोगी संगठन ‘दुर्गा वाहिनी’ भी है। ये संगठन पूरी तरह महिलाओं के लिए और महिलाओं की तरफ से चलाया जाता है।
#WATCH नागपुर: RSS प्रमुख मोहन भागवत विजय दशमी समारोह में शामिल हुए। मुख्य अतिथी के रूप में माउंट एवरेस्ट पर 2 बार चढ़ने वाली पहली महिला पर्वतारोही संतोष यादव उपस्थित रहीं। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस उपस्थित रहें। pic.twitter.com/xVN610qPbl
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 5, 2022
संघ के कार्यक्रम में पहली बार शिरकत करने वाली महिला संतोष यादव की और बात कर लेते हैं। वो मई 1992 और फिर मई 1993 में दो बार एवरेस्ट को फतह कर चुकी हैं। संतोष यादव को 1994 में नेशनल एडवेंचर अवॉर्ड और साल 2000 में उपलब्धियों के लिए पद्मश्री सम्मान दिया गया था। आने वाले दिनों में आरएसएस के और कार्यक्रमों में भी महिलाओं को बड़ी तादाद में शिरकत करते देखा जा सकता है।