नई दिल्ली। देश भर में कोरोना महामारी का प्रकोप तेजी से फैलता जा रहा है। भारत में कोरोना के मामले 96 हजार के पार पहुंच चुके हैं, जबकि 3000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग पर जोर दे रहा है। जिसके लिए अब ICMR ने कोरोना जांच की नई गाइडलाइन जारी कर दी है। इस गाइडलाइन के आधार पर ही लोगों की जांच की जाएगी।
इन लोगों की होगी जांच-
1-ICMR के मुताबिक अब उन सभी लोगों की कोविड 19 जांच होगी, जिन्होंने पिछले 14 दिन में कोई अंतरराष्ट्रीय यात्रा की हो और उनमें कोविड-19 जैसे लक्षण हों।
2-लैबोरेटरी में मरीज के कोविड 19 केस की पुष्टि होने पर उसके संपर्क में आए वे लोग जिनमें कोविड 19 के लक्षण होंगे।
3- हेल्थ वर्कर्स या फ्रंट लाइन पर काम करने वाले लोग जिनमें कोरोना के लक्षण हों, उनकी जांच की जाएगी।
4- जिन लोगों एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन के साथ ही बुखार, खांसी के लक्षण मिलेंगे और उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत होगी।
5- जो लोग किसी कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हों, उनकी जांच संपर्क में आने के 5 से 10 दिन के अंदर की जाएगी।
6-कंटेनमेंट और हॉटस्पॉट वाले इलाकों में जिनमें भी कोरोना के लक्षण दिखें, उनकी जांच की जाएगी।
7-जो मरीज अस्पताल में भर्ती हों और उनमें कोरोना के लक्षण दिख रहे हों।
8- जो कहीं से लौट के आए हों और उनमें कोरोना के लक्षण दिख रहे हों, उनकी भी जांच की जाएगी।
9-टेस्टिंग की कमी के कारण किसी भी तरह की इमरजेंसी प्रक्रिया (प्रसव भी) में देरी नहीं की जाएगी। लेकिन अगर किसी भी तरह का कोविड 19 लक्षण मिलने पर सैंपल जांच के लिए भेजा जा सकता है।