नई दिल्ली। हाल ही इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया (Election Commission of India) ने राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव की तारीख की घोषणा की थी। साथ ही आयोग ने यह भी स्पष्ट किया था कि सियासी दल राष्ट्रपति चुनाव में वोटिंग के मामले में अपने सांसदों और विधायकों को कोई व्हिप जारी नहीं कर सकता हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए 18 जुलाई को मतदान होंगे। जबकि मतगणना 21 जुलाई को की जाएगी। इसके साथ ही 25 जुलाई को देश के नए महामहिम शपथ लेंगे। बता दें कि वर्तमान में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल अगले माह 24 जुलाई को खत्म होने जा रहे हैं। वहीं नए राष्ट्रपति के चुनाव को लेकर सियासी दलों तैयारी शुरू कर दी है। भाजपा ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए अभी से कमर कसनी शुरू कर दी है।
भाजपा राष्ट्रपति चुनाव को लेकर आम सहमति की बात कही है। खबरों के मुताबिक, भाजपा राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के चयन के लिए एनडीए के घटक दलों से बात करेंगे। और एक नाम पर सहमति बनाने की बात कही है। इसके अलावा भाजपा यूपीए समर्थित पार्टियों और निर्दलीयों से भी विचार विर्मश करेगी। ताकि एक नाम पर मुहर लग सके। इसका जिम्मा भाजपा ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को दी है।
भाजपा राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने बयान जारी कर बताया कि, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एनडीए और यूपीए के सभी घटक दलों के साथ-साथ अन्य राजनीतिक दलों और निर्दलीयों के साथ भी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर शीघ्र ही विचार-विमर्श की प्रक्रिया को शुरू करेंगे।
ऐसे में एक नाम पर सहमति बनाना बड़ा मुश्किल है, क्योंकि सत्ताधारी भाजपा और विपक्षी दलों के बीच किसी न किसी मुद्दे को लेकर आरोप-प्रत्यारोप करते रहते है। ऐसे में सहमति बनने में मुश्किलें खड़ी हो सकती है। हालांकि भाजपा की तरफ से कोशिश की जा रही है कि किसी तरह से एक नाम पर सहमति बन जाए।