नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ अब समर्पण की मुद्रा में आ गए हैं। वे कल तक विधायकों के इस्तीफे को लेकर अड़े हुए थे। विधायकों को पहले छुड़ाने की मांग कर रहे थे। मगर अब वे फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हो गए हैं। कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की और उन्हें घटनाक्रम की जानकारी दी।
कमलनाथ ने उन्हें चिट्ठी लिखकर साफ कहा कि 16 तारीख से विधानसभा का सत्र शुरू हो रहा है। वह इसी सत्र में फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीजेपी की साजिश का भी जिक्र किया। उन्होंने राज्यपाल को सौंपी अपनी चिट्ठी में 3-4 मार्च और 8 मार्च की दो तारीखों का ज़िक्र किया। कमलनाथ के मुताबिक इन तारीखों में उन्हें प्रलोभन देकर बैंगलोर ले जाया गया। उन्हें बंदी बनाकर रखा गया है। उधर फ्लोर टेस्ट की सूरत में बीजेपी का गणित खासा मजबूत है।
वर्तमान में मध्य प्रदेश में विधानसभा की कुल 230 सीटें हैं, जिसमें से दो सीटें खाली हो जाने के बाद कुल 228 सीटे हैं। बहुमत के लिए 115 सीटों की जरुरत थी। कांग्रेस के 22 विधायकों के इस्तीफा देने के बाद सियासी गणित बदल गया है। अगर इन विधायकों का इस्तीफा मंजूर हो जाता है तो कुल विधायकों की संख्या 206 रह जाएगी, जिसके बाद बहुमत के लिए 104 विधायकों की जरूरत होगी जिसमें कांग्रेस के पास विधायक घटकर मात्र 92 रह जाएंगे।
Madhya Pradesh Chief Minister Kamal Nath’s letter to Governor Lalji Tandon requesting ‘floor test in the forthcoming session of the assembly on a date fixed by the Speaker’. pic.twitter.com/xWI6rc0RI5
— ANI (@ANI) March 13, 2020