नई दिल्ली। सोमवार को फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के दफ्तर तोड़े जाने के मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट (Bombay High Court) में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान तीखी बहस भी देखने को मिली। बॉम्बे हाईकोर्ट में विवादित शब्द ‘हरामखोर’ भी गूंजा। इस शब्द को लेकर जबरदस्त बहस भी हुई। कोर्ट ने कहा कि संजय राउत (Sanjay Raut) बताएं उन्होंने यह शब्द किसके लिए इस्तेमाल किया था। इससे पहले कंगना रनौत के वकील से कहा कि बीएमसी ने शिवसेना नेता संजय राउत के कहने के पर ही कार्रवाई की।
सुनवाई के दौरान बीएमसी (BMC) के वकील ने कहा, ‘कंगना कहती हैं कि यह सब उनके 5 सितंबर वाले ट्वीट की वजह से हुआ तो वह ट्वीट क्या था कोर्ट के सामने पेश किया जाए ताकि टाइमिंग का पता लग सकें। इस पर कंगना के वकील ने इस पर कहा कि कंगना ने सरकार के खिलाफ कुछ बयान दिए थे और उनके एक ट्वीट पर संजय राउत की बहुत तीखी प्रतिक्रिया आई थी। संजय राउत ने कहा था कि कंगना को सबक सिखाना होगा। साथ ही कोर्ट में कंगना के वकील बिरेंद्र सराफ ने संजय राउत के उस बयान का वीडियो क्लिप प्ले किया जिसमें उन्होंने ‘हरामखोर’ शब्द बोला था।
कंगना के वकील के वीडियो प्ले करने के बाद संजय राउत के वकील ने कहा, ‘मेरे क्लायंट ने किसी का नाम नहीं लिया। इस पर कोर्ट ने राउत के वकील प्रदीप थोराट से पूछा कि अगर संजय राउत कह रहें हैं कि उन्होंने कंगना के लिए यह शब्द इस्तेमाल नहीं किया, तो क्या हम इस बयान को रिकॉर्ड कर सकते हैं?’ इस पर राउत के वकील बोले, मैं इसपर अपना एफिडेविट कल फाइल करूंगा।