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MP का सियासी संग्राम : बेंगलुरु में कांग्रेसी विधायकों से मिलने पहुंचे दिग्विजय सिंह धरने पर बैठे

मध्यप्रदेश में सियासी दांवपेंच जारी है। इस बीच कांग्रेस नेता दिग्जिवय सिंह बेंगलुरु में मौजूद विधायकों से मिलने पहुंचे। लेकिन उन्हें विधायकों से मिलने नहीं दिया गया। इसके बाद वो होटल के बाहर धरने पर बैठ गए हैं।

नई दिल्ली/बेंगलुरु। मध्यप्रदेश में सियासी दांवपेंच जारी है। इस बीच कांग्रेस नेता दिग्जिवय सिंह बेंगलुरु में मौजूद विधायकों से मिलने पहुंचे। लेकिन उन्हें विधायकों से मिलने नहीं दिया गया। इसके बाद वो होटल के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। हालांकि कुछ देर बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। दिग्विजय सिंह के साथ कांतिलाल भूरिया और तरुण भनोत सहित कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डीके श्रीवास्तव भी है। अभी मध्य प्रदेश के 21 कांग्रेसी विधायक रामदा होटल में ठहरे हुए हैं।

Congress leader Digvijaya Singh

इस बीच दिग्विजय सिंह ने यहां कहा कि वह राज्यसभा के उम्मीदवार हैं और 26 मार्च को मतदान होना है। मेरे विधायकों को यहां पर बंदी बनाकर रखा हुआ है, वो मुझसे बात करना चाहते हैं लेकिन उनका फोन ही बंद कर दिया गया है। पुलिस मुझे विधायकों से मुलाकात नहीं करने दे रही है, ये विधायकों की सुरक्षा के लिए खतरा है।

इधर, मध्य प्रदेश विधानसभा में फ्लोर टेस्ट को लेकर आज पूर्वाह्न 10.30 बजे सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। कोर्ट ने इस मामले में कमलनाथ सरकार, विधानसभा अध्यक्ष और सचिव को नोटिस देकर जवाब मांगा है। सभी की निगाहें इसी तरफ है कि आज मध्य प्रदेश सरकार द्वारा क्या पक्ष रखा जाता है। इसके बाद फ्लोर टेस्ट को लेकर क्या निर्णय लिया जाता है।

उधर, मध्य प्रदेश कांग्रेस ने भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। कांग्रेस ने याचिका में कहा है कि उन्हें बेंगलुरु में भाजपा सरकार की ओर से बंदी बनाकर रखे गए विधायकों से संपर्क करने दिया जाए। इस याचिका पर भी आज सुनवाई होना है। विधानसभा अध्यक्ष ने बेंगलुरु में मौजूद विधायकों की सुरक्षा पर चिंता जताते हुए राज्यपाल लालजी टंडन को पत्र लिखा है। राज्यपाल ने कमलनाथ सरकार द्वारा किए जा रहे नियुक्तिों और तबादलों की फाइल रोक दी है। भाजपा द्वारा इस मामले में राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर कहा गया था कि सरकार अल्पमत में हैं, ऐसे में यह नियुक्तियां अवैध हैं।