नई दिल्ली। राजनीति की दुनिया में ऐसा बहुत कुछ होता है, जिसे हिंदुस्तान की जनता सच मान लिया करती है। मसलन, अगर कोई राजनेता किसी दूसरे राजनेता पर हमला बोलता है, तो आम जनता ये मान लेती है कि ये दोनों ही एक दूसरे के कट्टर दुश्मन हैं। दोनों के बीच मुख्तलिफ मसलों को लेकर द्वंद जारी रहते हैं और इस बीच नेताओं का समर्थन करने के कारण के कई बार लोग आपस में ही दुश्मनी पाल लेते हैं, लेकिन आम जनता को ऐसा करने से गुरेज करना चाहिए और यह समझने की कोशिश करनी चाहिए कि सियासत की दुनिया में सभी एक-दूसरे के भाई बंधु ही हैं। लिहाजा, जनसंचार के जरिए सामने आने वाले मसलों को वास्तविक समझने से गुरेज ही करना चाहिए। आज हम आपको ऐसी ही तस्वीर आगे की रिपोर्ट में दिखाने जा रहे हैं, जो कि आपके जेहन में घर कर चुकी गलतफहमी को ध्वस्त करने में कारगर साबित हो सकती है।
जरा इस तस्वीर को देखिए
कुछ भी कहने से पहले जरा ऊपर लगी तस्वीर को ध्यान से देखिएगा। इसमें आपको सूबे के मुखिया सीएम योगी आदित्यनाथ सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के कांपते हाथों को थामते हुए उन्हें हिम्मत देते हुए नजर आ रहे होंगे। कहते हैं कि एक तस्वीर बेशुमार हर्फों के बराबर होती हैं, जो बहुत कुछ बयां कर दिया करती हैं। यह तस्वीर भी बहुत कुछ बयां कर रही हैं। तस्वीर में जहां सीएम योगी मुलायम सिंह यादव का हाथ थामते हुए नजर आ रहे हैं, तो वहीं पीछे अखिलेश यादव और अर्पणा यादव नजर आ रही हैं। उधर, तस्वीर में नजर दौड़ाने पर मालूम पड़ रहा है कि मुलायम सिंह यादव भी सीएम योगी के स्नेह व आत्मीयता को सहर्ष स्वीकार्य कर रहे हैं। सियासी बिरादरी में इस तस्वीर के अलग- अलग मायने निकाले जा रहे हैं।
ध्यान रहे कि सियासी पिच में कई बार सीएम योगी और अखिलेश यादव के बीच वार-प्रतिवार देखने को मिल चुके हैं, लेकिन अभी जिस तरह की आत्मीयता दो मुख्तलिफ विचारधाऱाओं वाले दलों के बीच देखने को मिली है, उसे लेकर सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गुलजार है। बता दें कि बीते दिनों मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी का लंबे उपचार के बाद निधन हो गया था, जिसके बाद उन्हें सांत्वना देने के लिए आज सीएम योगी मुलायम सिंह यादव से भेंट करने पहुंचे हैं, जिसकी तस्वीर अभी सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रही है और लोग इस पर अलग-अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नजर आ रहे हैं।