- नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान की मश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही है।जिस पर उन्होंने कहा था कि मैं नमाज अदा करके आऊंगा और आज उनके ठिकानों पर एसीबी ने रेड मारी है। इसके साथ ही उनके कई अन्य ठिकानों पर एसीबी की रेड पर पड़ी है, जहां भारी भरकम कैश और विदेशी पिस्टल भी बरामद हुए हैं। बता दें कि एसीबी ने अमानतुल्लाह सहित 5 ठिकानों पर छापेमारी की है। उनके पास से 12 लाख रुपए कैश भी बरामद हुए हैं। हालांकि, अभी तक इस संदर्भ में अमानतुल्लाह खान की ओर से कोई बयान जारी नहीं किया गया है और ना ही उनकी पार्टी के किसी नेता की ओर से कोई बयान आया है। आइए, आगे आपको पूरा माजरा विस्तार से बताते हैं।
आपको बता दें एसीबी की टीम ने जामिया, गफूर और ओखला इलाकों में रेड मारी है। माना जा रहा है कि आगामी दिनों में कई अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी की जा सकती है, लेकिन अभी तक इस संदर्भ में जांच एजेंसी की ओर से कोई भी जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है। उधर, एसीबी की ओर से तलब किए जाने के बाद अमानतुल्लाह खान ने कहा था कि इन लोगों के ऊपर से प्रेशर है, तभी ये लोग ऐसा कर रहे हैं और यह सबकुछ सीओ की शिकायत पर हो रहा है।
मुझे पूछताछ के लिए #ACB दफ़्तर बुलाया गया और पीछे से मेरे घरवालों को प्रताड़ित करने दिल्ली पुलिस को भेजा गया। @LtGovDelhi साहब, सच को कभी आँच नहीं आती है याद रखिएगा।
मुझे इस देश के संविधान और न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। pic.twitter.com/lRrBOcDjqR
— Amanatullah Khan AAP (@KhanAmanatullah) September 16, 2022
आप विधयाक ने आगे कहा कि हर बार किसी अनजान व्यक्ति की शिकायत पर मुझे बुलाया जाता है, लेकिन कोई भी सार्थक फैसला नहीं लिया जाता है। मैं पूरी तरह से निर्दोश हूं। मुझे सिर्फ और सिर्फ फंसाने की कोशिश की जा रही है। मैंने बीते दिनों 125 कर्मचारियों की नियुक्ति का प्रस्ताव भेजा था, लेकिन अभी तक उन्हें मंजूरी प्रदान करने की दिशा में कोई भी कदम नहीं उठाया गया है। आइए, अब आपको पूरा माजरा विस्तार से बताते हैं।
जानें पूरा माजरा
दरअसल, दिल्ली वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष रहने के दौरान अमानतुल्लाह खान पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। उन पर आरोप है कि उन्होंने नियमों की अवहेलना करते हुए कर्मचारियों की नियुक्ति की थी। यहां तक वाहनों की खरीद में भी भ्रष्टाचार किया था। इतना ही नहीं, बीते दिनों तो इस पूरे मामले को लेकर दिल्ली का राजनीतिक पारा भी अपने चरम पर पहुंच चुका था। यहां तक दिल्ली उपराज्यपाल की ओर से उन्हें वक्फ के बोर्ड से बर्खास्त किए जाने की मांग की गई थी। बहरहाल, अब इस पूरे मामले में एसीबी की एंट्री हो चुकी है, आगामी दिनों में क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी । ध्यान रहे कि अभी तक इस पूरे प्रकरण पर अभी तक आप के किसी अन्य नेता की ओर से कोई भी बयान सामने नहीं आया है।