नई दिल्ली। कांग्रेस के दिग्गज नेता, मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम और गांधी खानदान के करीबी कमलनाथ के बारे में अटकलें हैं कि वो बीजेपी में जा सकते हैं। इन अटकलों को और बल आज उस वक्त मिला, जब कमलनाथ के सांसद बेटे नकुलनाथ ने अपने एक्स बायो से कांग्रेस का नाम हटा दिया। कमलनाथ अपने बेटे नकुलनाथ के साथ दिल्ली पहुंचे हैं। वो मध्यप्रदेश के अपने गढ़ छिंदवाड़ा का दौरा कैंसल कर दिल्ली आए हैं। कमलनाथ के दिल्ली पहुंचते ही मीडिया ने उनको घेरा और बीजेपी में जाने के बारे में अटकलों पर सवाल पूछा। इस पर कमलनाथ ने जो बात कही, उससे साफ लग रहा है कि अंदरखाने ऐसी खिचड़ी पक रही है। कमलनाथ ने इन अटकलों पर कोई टिप्पणी नहीं की। उन्होंने कहा कि आप सब इतने उत्साहित क्यों हैं। मैं इधर-उधर की बात पर कुछ नहीं कह रहा हूं। अगर ऐसा कुछ होता है, तो सबसे पहले आप लोगों को जानकारी दूंगा।
#WATCH | On being asked if he is joining BJP, former Madhya Pradesh CM and Congress leader Kamal Nath says “Why are you all getting excited? It is not about denying. I will inform you all if there is something like that…” pic.twitter.com/GK9uNIQVAL
— ANI (@ANI) February 17, 2024
कमलनाथ का ये बयान और बीजेपी में उनके जाने की चर्चा बीते कई दिन से चल रही है। कमलनाथ ने बीते दिनों दिल्ली आकर कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात भी की थी। चर्चा तब इसकी थी कि कमलनाथ को कांग्रेस की तरफ से राज्यसभा भेजा जाएगा, लेकिन मध्यप्रदेश से राज्यसभा की सीटों के लिए जब कांग्रेस ने लिस्ट जारी की, तो उसमें कमलनाथ का नाम नहीं था। इसके बाद ही कमलनाथ के बीजेपी में जाने की चर्चा तेज हुई। नकुलनाथ ने इन चर्चाओं के बीच अपने एक्स बायो से कांग्रेस का नाम हटाकर और सरगर्मी ला दी है।
कमलनाथ कांग्रेस के टिकट पर मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा से सांसद बनते रहे हैं। वो संजय गांधी और राजीव गांधी के करीबी रहे। गांधी खानदान में उनको विशेष दर्जा भी हासिल रहता आया है। छिंदवाड़ा से पिछली बार कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ कांग्रेस के सांसद बने थे। बीजेपी ने पिछले दिनों दावा किया था कि इस बार मध्यप्रदेश की सभी लोकसभा सीटें वो जीतेगी। ऐसे में नकुलनाथ की सीट भी फंस सकती है। हालांकि, कमलनाथ पर सिखों के 1982 में हुए कत्लेआम में शामिल होने के भी आरोप लग चुके हैं। खुद बीजेपी के तमाम नेता ये आरोप लगा चुके हैं। ऐसे में बीजेपी में अगर कमलनाथ या नकुलनाथ को लिया जाता है, तो इससे कांग्रेस और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप की नई जंग शुरू हो सकती है।