उत्तराखंड। महाशिवरात्रि के मौके पर केदारनाथ धाम (Kedarnath Temple) के कपाट खुलने की डेट सामने आ गई है। शिव भक्तों के लिए इससे अच्छी खबर नहीं हो सकती। करोड़ों हिन्दुओं की आस्था के प्रतीक भगवान केदारनाथ धाम के कपाट सुबह 5 बजे 17 मई को भक्तों के लिए खोल गिए जाएंगे। ये जानकारी उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड ने दी है। आपको बता दें कि बीते साल नवंबर में केदारनाथ धाम के कपाट परंपरा और वैदिक उच्चारण के साथ 6 माह के लिए बंद कर दिए गए थे।
गुरुवार को मंदिर में पूरे विधि विधान से पूजा-अर्चना की। वहीं, कपाट खोलने के लिए ऊखीमठ में भगवान भैरवनाथ की पूजा 13 मई को होगी। बाबा केदारनाथ की चल विग्रह डोली पहले ऊखीमठ से प्रस्थान कर 14 मई को फाटा विश्राम के लिए पहुंचेगी। जबकि 15 मई को गौरीकुंड और 16 मई को केदारनाथ धाम पहुंचेगी, जहां 17 मई को सुबह पांच बजे से भगवान केदारनाथ मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे। जिसके बाद मंदिर में हवन यज्ञ, भजन कीर्तन और स्कूली बच्चों द्वारा धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन और बाद में भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा। पिछले साल 1 लाख 35 हजार 23 श्रद्धालुओं ने भगवान केदारनाथ के दर्शन किए।
इस दिन खुलेंगे बदरीनाथ धाम के कपाट
अब चमोली जिले स्थित बदरीनाथ धाम के कपाट खोलने की तारिख भी तय कर दी गई है। बदरीनाथ धाम के कपाट 18 मई को भक्तों के लिए खोले दिए जाएंगे। मंदिर के कपाट विधि-विधान के साथ सुबह 4 बजकर 15 मिनट पर खोले जाएंगे।
आपको बता दें कि कपाट बंद होने से पहले भगवान को ऊन का लबादा पहनाया जाता है। इस लबादे पर घी लगाया जाता है। यहां पर भक्त और भगवान की आत्मीयता और लगाव के दर्शन होते हैं। भगवान को ठंड न लगे इस वजह से उन्हें प्रेम से लबादा पहनाया जाता है, जिसे कंबल भी कहते हैं। इसे भारत के अंतिम गांव माणा की कन्या बुनकर भगवान को देती हैं।