नई दिल्ली। ज्ञानवापी मस्जिद मामले में आज वाराणसी कोर्ट ने अजय मिश्रा को कोर्ट कमिश्नर से हटा दिया है। उन पर आरोप लगा कि वे अपेक्षित सहयोग नहीं कर रहे थे और सर्वे से संबंधित सूचनाओं को मीडिया में लीक कर रहे थे। इससे पहले कोर्ट कमिश्नर विशाल ने भी उन पर सहयोग नहीं करने का आरोप लगा था। जिसके बाद अब उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया गया है। हालांकि, पहले तो अजय ने इस संदर्भ में मीडिया से कोई भी जानकारी सार्वजनिक करने से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने साफ कह दिया था कि वे इस संदर्भ में कोई भी टिप्पणी नहीं करना चाहेंगे। लेकिन अब उन्होंने इस मसले को लेकर मीडिया के जरिए विशाल पर बड़ा आरोप लगाया है। आइए, आपको बताते हैं कि आखिर उन्होंने क्या कुछ कहा है।
उन्होंने मीडिया से मुखातिब होने के क्रम में उपरोक्त प्रकरण के संदर्भ में कहा कि, मैंने विश्वास किया मुझे धोखा मिला ,उसमें मैं क्या कर सकता हूं। मैंने फोटोग्राफर को रखा उसने धोखा दिया। विशाल सिंह से ऐसी उम्मीद नही थी। उनके शिकायत पर हटाया गया। न्यायालय ने जो उचित समझा वो किया। सर्वे पर मैं संतुष्ट हूं। अजय मिश्रा वकील आयुक्त को विशाल सिंह के शिकायत पर हटाया गया है। तो इस तरह से आप देख सकते हैं कि कैसे उन्होंने अपने हटाए जाने के बाद विशाल को ठहराया है।
बहरहाल, अब कोर्ट ने उक्त मामले के संदर्भ में दो दिन के अंदर सर्वे रिपोर्ट दाखिल करने के निर्देश दिए गए हैं। अब देखना होगा कि रिपोर्ट दखिल होने के उपरांत कोर्ट की तरफ से क्या कुछ टिप्पणी की जाती है। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम