नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में कभी कैबिनेट मंत्री का दर्जा रखने वाले और कांग्रेस पार्टी (Congress) के करीबी रहे कंप्यूटर बाबा (Computer Baba) इन दिनों परेशानी में घिर गए हैं। बता दें कि इंदौर में प्रिवेंटिव डिटेंशन के तहत कंप्यूटर बाबा उर्फ नामदेव दास त्यागी को पुलिस ने हिरासत में लिया और उनके समेत सात लोगों को पुलिस ने हिरासत में लेकर सेंट्रल जेल भेज दिया है। इसके अलावा उनके आश्रम पर भी सरकारी बुलडोजर चलाया गया है। गौरतलब है कि इंदौर में स्थित उनके आश्रम को भी तोड़ने की कार्रवाई की जा रही है। कंप्यूटर बाबा के खिलाफ इस कार्रवाई का राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने विरोध किया है। इस कार्रवाई को लेकर दिग्विजय सिंह कहा है कि, ये कार्रवाई पूरी तरीके से राजनीति से प्रेरित है और बदले की भावना में ये कार्रवाई की गई है।
बता दें कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आश्रम पर बुलडोजर चलने को लेकर ट्वीट में कहा कि इंदौर में बदले की भावना से कंप्यूटर बाबा का आश्रम व मंदिर बिना किसी नोटिस दिए तोड़ा जा रहा है। यह राजनैतिक प्रतिशोध की चरम सीमा है। मैं इसकी निंदा करता हूं।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में विधानसभा की 28 सीटों के लिए हुए उपचुनाव में कंप्यूटर बाबा को कांग्रेस पार्टी ने स्टार प्रचारक का दर्जा दिया था। इसके तहत नामदेव दास त्यागी ने विभिन्न विधानसभा सीटों पर ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ पार्टी के उम्मीदवारों के समर्थन में वोट मांगे थे। कांग्रेस पार्टी के करीबी रहे कंप्यूटर बाबा अपने बयानों की वजह से अक्सर चर्चा में रहते हैं।
#WATCH Madhya Pradesh: District Administration today demolished an illegal construction belonging to Computer Baba in Indore.
“Six people have been detained as they tried to obstruct demolition process,” says Additional District Magistrate (ADM), Indore pic.twitter.com/iX7ggDRk0k
— ANI (@ANI) November 8, 2020
प्रदेश में 15 साल बाद सत्ता में लौटी कांग्रेस सरकार से सिंधिया समर्थक विधायकों के इस्तीफे के बाद भी कंप्यूटर बाबा के बयान सुर्खियों में आए थे। बहरहाल, अब देखना है कि जब बाबा आश्रम पर सरकार ने हथौड़ा चलाया है, तो इस हालात से वे कैसे निपटते हैं।