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Sameer Wankhede: इधर ड्रग्स मामले में आर्यन को मिली क्लीन चिट, उधर वानखेड़े के खिलाफ सरकार ने लिया ये एक्शन

Sameer Wankhede:यहां एनसीबी के प्रधान ने भी मीडिया से वार्ता के दौरान जांच में समीर वानखेड़े और उनकी टीम  द्वारा कोताही की बात स्वीकार की है। उन्होंने तो यहां तक कहा कि अगर जांच में लापरवाही नहीं हुई है, तो भला एसआईटी क्यों गठन करनी पड़ती है।

नई दिल्ली। यूं तो खबरों की कायनात में हर रोज की भांति आज भी खबरों की आवाजाही का सिलसिला जारी था। लेकिन आज जैसे ही खबर आर्यन ड्रग्स मामले को लेकर आई, तो सभी के कान खड़े हो गए। सभी ये जानने के लिए आतुर हो गए कि आखिर खबर क्या है। तो चलिए, पहले हम आपको मसला बताएंगे और इसके बाद खबर। दरअसल, मसला ये था कि आज एनसीबी आर्यन ड्रग्स मामले में कोर्ट में आरोपपत्र दाखिल करने वाली थी। कई महीनों की जांच के बाद आज कोर्ट में आरोपपत्र दाखिल किया जाना था। तो लोगों के जेहन में आरोपपत्र को लेकर जानने की आतुरता अपने चरम पर पहुंच चुकी थी, लेकिन क्या आपको पता है कि जैसे ही खबर सामने आई कि आरोपपत्र में तो किंग खान के लाडले आर्यन खान का तो नाम ही शामिल नहीं है।

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मतलब साफ है कि कोर्ट ने किंग खान के लाडले को क्लीन चिट दे दी है, जैसे ही ये खबर प्रकाश में आई, तो खबरों की दुनिया में तहलका मच गया। वहीं, इस पूरे मसले के जांच अधिकारी रहे समीर वानखेड़े से जब इस संदर्भ में सवाल किया गया, तो वे महज सॉरी-सॉरी बोलकर चलते बनें, लेकिन अब खबर है कि राज्य सरकार ने उनकी खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं, जिससे यह साफ जाहिर होता है कि आगामी दिनों में उनकी मुश्किलों में इजाफा होने जा रहा है। दरअसल,  आर्यन खान ड्रग्स मामले में जांच अधिकारी रहे समीर वानखेड़े पर कथित तौर पर आरोप लगे हैं कि उन्होंने जांच में लापरवाही की है।

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यहां एनसीबी के प्रधान ने भी मीडिया से वार्ता के दौरान जांच में समीर वानखेड़े और उनकी टीम  द्वारा कोताही की बात स्वीकार की है। उन्होंने तो यहां तक कहा कि अगर जांच में लापरवाही नहीं हुई है, तो भला एसआईटी क्यों गठन करनी पड़ती है। बहरहाल, अब देखना होगा कि राज्य सरकार द्वारा दिए गए जांच के उपरांत इस मामले में क्या कुछ सच्चाई निकलकर सामने आती है। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा। लेकिन तब तक के लिए आप देश- दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम