newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

भ्रष्टाचार के खिलाफ सीएम योगी सख्त, अब महोबा के SP मणि लाल पर गिरी गाज, निलंबित

भ्रष्टाचार के खिलाफ उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) का लगातार हंटर चल रहा है। इसी कड़ी में बुधवार को सीएम योगी ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए महोबा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) मणिलाल पाटीदार (Mani Lal Patidar)को निलंबित कर दिया।

लखनऊ। भ्रष्टाचार के खिलाफ उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) का लगातार हंटर चल रहा है। इसी कड़ी में बुधवार को सीएम योगी ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए महोबा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) मणिलाल पाटीदार (Mani Lal Patidar)को निलंबित कर दिया। बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने दूसरे दिन पुलिस अधिकारी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। मणिलाल पाटीदार पर परिवहन में लगी गाड़ियों के चलाए जाने हेतु अवैध रूप से पैसे वसूलने और वाहन स्वामी के उत्पीड़न का आरोप लगा है। महोबा में मणि लाल पाटीदार के स्थान पर अब अरुण कुमार श्रीवास्तव को नियुक्त कर दिया गया है।

Mani Lal Patidar

इससे पहले मंगलवार को सीएम योगी ने अपराध नियंत्रण एवं कानून-व्यवस्था में ढिलाई और भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर प्रयागराज के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक दीक्षित को सस्पेंड कर दिया था। मुख्यमंत्री ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार और कानून-व्यवस्था लागू नहीं कर पाने के आरोप को देखते हुए यह कदम उठाया है।

CM Yogi Adityanath

गृह विभाग के प्रवक्ता के मुताबिक महोबा के पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार को तत्काल प्रभाव से निलंबित किए जाने के निर्देश दे दिए गए हैं। उन पर गिट्टी के परिवहन के लिए लगी गाड़ियों के चलाए जाने के लिए अवैध रूप से धन उगाही की मांग की गई थी, जिसे पूरा नहीं किए जाने पर वाहन स्वामी का पुलिस के माध्यम से उत्पीड़न किया गया। आईपीएस अधिकारी पाटीदार को पुलिस महानिदेशक मुख्यालय से संबद्ध कर दिया गया है।

abhishek dixit

अभिषेक दीक्षित पर लगे ये आरोप

दीक्षित को हाल ही में 16 जून को प्रयागराज का एसएसपी बनाया गया था। उन्हें सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज के स्थान पर एसएसपी बनाया गया था। गृह विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि यह निर्णय अधिकारी के खिलाफ पुलिस ट्रांसफर और पोस्टिंग में भ्रष्टाचार के कई आरोपों की वजह से लिया गया है। दीक्षित पर जिले में कानून-व्यवस्था लागू नहीं करने का भी आरोप था। दीक्षित पर उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय के आदेश की अवहेलना का भी आरोप था।