नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शुक्रवार को तूफान प्रभावित बंगाल का दौरा करने के बाद समीक्षा बैठक बुलाई थी। इस बैठक में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) ने हिस्सा नहीं लिया था। इतना ही नहीं पीएम मोदी, बंगाल के राज्यपाल संग जब मीटिंग कर रहे थे तो ममता बनर्जी और उनके करीबी माने जाने वाले मुख्य सचिव अलापन बंद्दोपाध्याय (Alapan Bandyopadhyay) भी 30 मिनट देरी से पहुंचे। जिसके बाद पूरे देश में ममता बनर्जी की जमकर किरकिरी हो रही है। वहीं शनिवार को ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को 30 मिनट इंतजार करने के आरोपों पर अपनी सफाई दी है।
ममता बनर्जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि, एक प्लान के तहत उन्होंने खाली कुर्सियां दिखाईं। मैं क्यों बैठती, जब मैंने वहां राजनीतिक पार्टियों के लीडरों को देखा, जो उस मीटिंग में शामिल होने हकदार नहीं थे। मैंने पीएम से मुलाकात की। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि, अगर प्रधानमंत्री मुझे बंगाल के लोगों के कल्याण के लिए उनके पैर छूने के लिए कहते हैं, बंगाल के लोग, मैं ऐसा करने के लिए तैयार हूं, लेकिन मेरा अपमान नहीं किया जाना चाहिए।
I felt bad. They humiliated me by running the one-sided information circulated by PMO. When I was working, they were doing this. For the sake of people, I am ready to touch your feet. Stop this political vendetta. West Bengal CM, Mamata Banerjee pic.twitter.com/WcmKIv56nd
— ANI (@ANI) May 29, 2021
ममता ने कहा कि ATC ने प्रधानमंत्री का हेलीकॉप्टर उतरने की वजह से मुझे 20 मिनट की देरी से सागर द्वीप से कलाईकुंडा के लिए रवाना होने को कहा था। उसके बाद कलाईकुंडा में भी करीब 15 मिनट बाद हेलीकॉप्टर उतरने की अनुमति मिली। तब तक प्रधानमंत्री पहुंच गए थे। मैंने वहां जाकर उसे मुलाकात की अनुमति मांगी, लेकिन काफी इंतजार के बाद मुझे उनसे मिलने दिया गया।
When we reached, meeting had started. They asked us to sit, I asked them to allow us a minute to submit report. SPG told us that meeting will be after 1 hour. I saw empty chairs in conference room; was told that meeting was b/w CM & PM but why were there other BJP leaders?: WB CM pic.twitter.com/6n4v6tkKfO
— ANI (@ANI) May 29, 2021