नई दिल्ली। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने नई आबकारी नीति में खुद के घिरने पर सफाई देते हुए बीजेपी पर हमला बोला है। सिसोदिया ने कहा कि मुद्दा शराब का घोटाला नहीं, बीजेपी को अगर शराब के घोटाले की चिंता होती तो गुजरात में हर साल 10000 करोड़ का शराब घोटाला होता है। वहां सीबीआई नहीं देखती। बीजेपी वाले खुद गुजरात में आबकारी राजस्व की चोरी करवा रहे हैं। डिप्टी सीएम ने कहा कि वहां कोई धरपकड़ होती ही नहीं। मुद्दा सिर्फ अरविंद केजरीवाल को बदनाम करने का है। उन्होंने आंकड़ों का हवाला देकर कहा कि शराब घोटाले का आरोप लगा रहे बीजेपी के नेता अलग-अलग दावे कर रहे हैं। मनीष ने ये भी कहा कि मुझे गिरफ्तार किया जा सकता है, लेकिन हम झुकने वाले नहीं हैं और देश के लिए जान देंगे।
सिसोदिया ने पीएम नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मोदी ने यूपी में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया। इस उद्घाटन के कुछ दिन बाद ही एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा धंस गया। उसे घोटाला क्यों नहीं कहा जाता? सिसोदिया ने कहा कि कल बीजेपी के सांसद मनोज तिवारी ने आरोप लगाया कि मैंने 8000 करोड़ का घोटाला किया। एक और बीजेपी नेता ने कहा कि 1100 करोड़ का घोटाला किया। वहीं, दिल्ली के एलजी ने सीबीआई को केस भेजते वक्त 144 करोड़ के घोटाले की बात कही थी। जबकि, सीबीआई ने जो एफआईआर दर्ज की है, उसमें सिर्फ 1 करोड़ के घोटाले की बात सूत्रों के हवाले से की गई है।
सिसोदिया ने आगे कहा कि अरविंद केजरीवाल और मोदी में फर्क है। केजरीवाल किसी अच्छे काम करने वाले की तारीफ करते हैं और उसके जैसा करना चाहते हैं। मोदी जी का दुख है कि अगर कोई अच्छा काम करता है, तो उसे साजिश के तहत ईडी और सीबीआई के जरिए रोकना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मोदी जी को भी गर्व होना चाहिए कि केजरीवाल शिक्षा और स्वास्थ्य के मामले में देश को नंबर 1 बनाना चाहते हैं। मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया कि मोदी अपने कुछ अरबपति दोस्तों के लिए काम करते हैं। वो सोचते हैं कि किस राज्य में किस सरकार को गिराया जाए। इसी तरह महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में सरकारें गिराईं।