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Fanaticism: गुजरात मे सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर हुई हत्या में मौलाना गिरफ्तार, हुए कई चौकाने वाले खुलासे

मौलाना ने किशन की हत्या की साजिश में नाम आने से पहले एक न्यूज चैनल को बताया था कि उसका संगठन इस्लाम का अपमान और मुसलमानों पर जुल्म के खिलाफ आवाज उठाता है। मौलाना ने ये भी बताया था कि उसने ही हिंदू धर्मगुरु यति नरसिंहानंद सरस्वती के खिलाफ मुंबई में केस दर्ज कराया था।

नई दिल्ली। गुजरात में सोशल मीडिया पोस्ट के मामले में किशन भरवाड़ नाम के 27 साल के युवक की हत्या में दिल्ली से गिरफ्तार मौलाना का बैकग्राउंड अब सामने आया है। पुलिस के मुताबिक मौलाना कमर गनी उस्मानी ने ही किशन की हत्या के लिए आरोपियों को पिस्टल और कारतूस मुहैया कराया था। उस्मानी के बारे में अब जो जानकारी मिल रही है, उसके मुताबिक वो काफी कट्टरपंथी है। मौलाना ने किशन की हत्या की साजिश में नाम आने से पहले एक न्यूज चैनल को बताया था कि उसने एक संगठन बना रखा है। ये संगठन इस्लाम का अपमान और मुसलमानों पर जुल्म के खिलाफ आवाज उठाता है। मौलाना उस्मानी ने ये भी बताया था कि उसने ही हिंदू धर्मगुरु यति नरसिंहानंद सरस्वती के खिलाफ 8 मार्च को मुंबई के मीरा रोड थाने में केस दर्ज कराया था।

मौलाना ने टीवी चैनल से कहा था कि जब यति नरसिंहानंद की गिरफ्तारी नहीं हुई, तो उसने संगठन के जरिए जेल भरो आंदोलन का आह्वान भी किया था। इसके अलावा दिल्ली के जंतर मंतर पर 8 अगस्त 2020 को पिंकी चौधरी नाम के जिस शख्स ने मुसलमानों के बारे में भड़काऊ बयानबाजी की थी, उसमें भी मौलाना ने संगठन के सदस्यों के साथ 24 अगस्त को प्रदर्शन किया था। मौलाना ने बताया था कि वो तीन अन्य के साथ त्रिपुरा भी गया था। त्रिपुरा में सांप्रदायिक हिंसा भड़काने की साजिश का केस मौलाना कमर गनी उस्मानी पर दर्ज किया गया था।

Gujarat Police

मौलाना पर गुजरात एटीएस ने आरोप लगाया है कि उसने गुजरात के धंधुका के रहने वाले किशन भरवाड़ की हत्या के लिए आरोपियों को उकसाया और उन्हें पिस्तौल भी दिया। मामले में एक और मौलाना मोहम्मद अयूब जावरवाला समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में पुलिस ने राजकोट से दो भाइयों को भी अरेस्ट किया है, जिन्होंने मौलाना को एक पिस्टल और पांच गोलियां दी थीं।