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Mayawati: अलवर में शिव मंदिर पर गहलोत सरकार ने चलाया बुलडोजर तो भड़कीं मायावती, कही ये बात

Mayawati: बसपा सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को ट्वीट करते लिखा, ”राजस्थान के कांग्रेसी राज अलवर में भी अतिक्रमण की आड़ में मन्दिर तोड़ना तो कहीं भाजपा शासित राज में दूसरे धर्म के स्थलों को नुकसान पहुंचाना व गरीबों के आशियाने उजाड़ना आदि यह सब घिनौनी राजनीति नहीं तो क्या है? जबकि इससे हमारा संविधान कमजोर होगा। यह सब तुरन्त बंद होना चाहिए।”

नई दिल्ली। बीते दिन राजस्थान की कांंग्रेस सरकार ने एक शिव मंदिर पर बुलडोजर चला दिया था। जिस शिव मंदिर पर गहलोत सरकार का बुलडोजर चला है वो करीब 300 साल पुराना मंदिर था। जिसका वीडियो भी सामने आया था। मंदिर गिराए जाने के बाद सियासी बवाल मचा हुआ है। राज्य की कांग्रेस सरकार विवादों में फंस गई है। भाजपा समेत कई विपक्ष दल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साध रहे है। भाजपा और कांग्रेस शिव मंदिर पर बुलडोजर चलाए को लेकर एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे है। वहीं सोशल मीडिया पर भी लोगों राजस्थान की कांग्रेस सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर कर रहे है। इसी बीच अब उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने अलवर में मंदिर तोड़े जाने पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। मायावती शिव मंदिर गिराए जाने पर रिएक्शन देते हुए गहलोत सरकार को खरी खोटी सुनाई है।

मायावती का आया रिएक्शन-

बसपा सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को ट्वीट करते लिखा, ”राजस्थान के कांग्रेसी राज अलवर में भी अतिक्रमण की आड़ में मन्दिर तोड़ना तो कहीं भाजपा शासित राज में दूसरे धर्म के स्थलों को नुकसान पहुंचाना व गरीबों के आशियाने उजाड़ना आदि यह सब घिनौनी राजनीति नहीं तो क्या है? जबकि इससे हमारा संविधान कमजोर होगा। यह सब तुरन्त बंद होना चाहिए।”

इससे पहले भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने वीडियो शेयर करते हुए गहलोत सरकार पर हमला बोला था। अमित मालवीय ने लिखा, राजस्थान के अलवर में विकास के नाम पर तोड़ा गया 300 साल पुराना शिव मंदिर, करौली और जहांगीरपुरी पर आसूँ बहाना और हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुँचना – यही है कांग्रेस का सेक्युलरिज़म।”