नई दिल्ली। लॉकडाउन के बीच देशभर से प्रवासी मजदूर पलायन कर रहे हैं। इसके लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं। इस दौरान कई मजदूर तो पैदल ही रास्तों पर चलते हुए दिखे। इस महासंकट के बीच देश भर में प्रवासी मजदूरों का महाप्रवास जारी है।
मजदूरों के लिए भले ही केंद्र और राज्य सरकारों ने ट्रेन और बसों के इंतजाम किए हैं लेकिन श्रमिकों की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है।
इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए प्रवासी मजदूरों की स्थिति पर चिंता जताई है। सुप्रीम कोर्ट के अनुसार राज्य और केंद्र सरकार से इस मामले में भयंकर चूक हुई हैं। सरकारों को हर हाल में मजदूरों के रहने और खाने पीने का इंतजाम करने को कहा है।
सुप्रीम कोर्ट ने आज मजदूरों की स्थिति पर सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केंद्र और राज्य की सरकारों ने इस मामले में भयंकर चूक की हैं।
Supreme Court takes suo motu cognizance of plight of migrant labourers who are stranded in different parts of country. Court says there have been lapses on part of Centre&State govts&immediate measures are required to be taken to provide travel, shelter&food to migrant labourers. pic.twitter.com/qd8M6WnqF1
— ANI (@ANI) May 26, 2020
इस मामले में सरकारों को मजदूरों के परिवहन, आश्रय और खाने पीने के उचित इंतजाम अवश्य करने चाहिए।