newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Amritpal Singh To Contest Lok Sabha Polls: खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह लड़ेगा लोकसभा चुनाव, मां ने की पुष्टि

Amritpal Singh To Contest Lok Sabha Polls: अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने बीते साल गिरफ्तार किया था। उसने अपने एक साथी को पुलिस की गिरफ्त से छुड़ाने के लिए अजनाला थाने पर समर्थकों के साथ हमला किया था। वो लगातार भारत विरोधी बयानबाजी कर सुर्खियों में रहता था।

अमृतसर। वारिस पंजाब दे संगठन का मुखिया और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के लोकसभा चुनाव लड़ने की पुष्टि हो गई है। अमृतपाल सिंह अभी असम के डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। अमृतपाल सिंह की मां बलविंदर कौर ने मीडिया को बताया कि उनके बेटे पर चुनाव लड़ने का बहुत दबाव पड़ा। ऐसे में अमृतपाल सिंह ने पंजाब की खडूर साहिब सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है। अमृतपाल सिंह की मां ने बताया कि वो पंजाब के मुद्दों को अच्छे से जानता है। बलविंदर कौर ने बताया कि अमृतपाल सिंह निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर खडूर साहिब सीट से चुनावी मैदान में उतरेगा।

इससे पहले अमृतपाल सिंह के वकील ने डिब्रूगढ़ जेल जाकर अमृतपाल सिंह से मुलाकात की थी। अमृतपाल से मुलाकात के बाद उसके वकील ने दावा किया था कि उनका खालिस्तान समर्थक मुवक्किल लोकसभा चुनाव में उतरने जा रहा है। अमृतपाल के बारे में उसके वकील ने दावा किया था कि वो 7 से 17 मई के बीच खडूर साहिब सीट से लोकसभा चुनाव का पर्चा दाखिल करेगा। अब बलविंदर कौर की तरफ से इसकी पुष्टि हो गई है। ऐसे में सबकी नजर इस पर है कि अमृतपाल के पक्ष में कितने लोग सामने आते हैं और अगर उसका नामांकन सही रहा, तो वोट कितने मिलते हैं।

amritpal singh sermon giving video

अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने बीते साल गिरफ्तार किया था। उसने अपने एक साथी लवप्रीत तूफान को पुलिस की गिरफ्त से छुड़ाने के लिए अजनाला थाने पर समर्थकों के साथ हमला किया था। पुलिस ने इस पर उसके साथी को छोड़ दिया, लेकिन इससे अमृतपाल सिंह के हौसले बुलंद हो गए। वो लगातार खालिस्तान समर्थक और भारत विरोधी बातें कहने लगा। पंजाब पुलिस को अमृतपाल सिंह और उसके गुर्गे धमकी भी देने लगे थे। जिसके बाद पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह और उसके साथियों के खिलाफ अभियान छेड़ा था। पुलिस के ऑपरेशन के दौरान अमृतपाल सिंह फरार होने में कामयाब हुआ था। करीब 2 महीने बाद पंजाब पुलिस उसे मोगा से गिरफ्तार कर सकी थी।