newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Monsoon Session 2021: कल से संसद का मानसून सत्र, PM मोदी ने विपक्ष को पटकनी देने के लिए मंत्रियों को दिया ये गुरुमंत्र

Monsoon Session 2021: पीएम मोदी ने सभी मंत्रियों से कहा है कि वे अपने मंत्रालयों से जुड़ी सभी जानकारियों के साथ रोज सदन में आएं। इससे विपक्ष की ओर से उठाए जाने वाले सवालों का ठीक से काउंटर हो सकेगा।

नई दिल्ली। संसद का मॉनसून सत्र (Monsoon Session 2021) सोमवार से शुरू होने जा रहा है। मॉनसून सत्र के दौरान लोकसभा और राज्यसभा की बैठक हर दिन सुबह 11 बजे से शाम छह बजे तक होगी। संसद के इस सत्र के दौरान विपक्ष के हमलावर तेवरों से निबटने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है। मंत्रियों को मोदी ने विपक्ष को पटकनी देने के लिए गुरुमंत्र भी दे दिया है। संसद का मॉनसून सत्र 13 अगस्त तक चलना है। इसमें छुट्टियों के अलावा कुल 19 दिन ही कार्यवाही होगी। इस दौरान मोदी सरकार पर विपक्ष कोरोना की दूसरी लहर, राफेल विमान सौदे में कथित तौर पर भ्रष्टाचार का पुराना मुद्दा, कोरोना टीके की कमी, महंगाई और कृषि कानूनों के मसले पर हमला बोलने की तैयारी में है। विपक्ष के इतने सारे मुद्दों को देखते हुए पीएम मोदी ने अपने मंत्रियों को गुरुमंत्र दिया है। बीते दिनों पूरे कैबिनेट की बैठक उन्होंने मंत्रियों को यही गुरुमंत्र दिया है।

Prime Minister of Narendra Modi addresses a joint sitting of parliament
पीएम मोदी ने सभी मंत्रियों से कहा है कि वे अपने मंत्रालयों से जुड़ी सभी जानकारियों के साथ रोज सदन में आएं। इससे विपक्ष की ओर से उठाए जाने वाले सवालों का ठीक से काउंटर हो सकेगा। इसके साथ ही सभी राज्य मंत्रियों को खास तौर से उच्च सदन यानी राज्यसभा में ज्यादातर वक्त बिताने के निर्देश भी पीएम मोदी ने दिए हैं। तमाम मंत्री नए हैं और मोदी चाहते हैं कि वे उच्च सदन में बैठकर ये जानें कि सदन में सार्थक रूप से चर्चा किस तरह होती है और वरिष्ठ मंत्री विपक्ष की ओर से दागे जाने वाले सवालों का जवाब किस तरह देते हैं।

Parliament session

बता दें कि पीएम मोदी संसद में होने वाली बहसों पर खुद नजर रखते हैं। वह जब किसी मसले पर खुद बोलते हैं, तो उससे पहले पूरा होमवर्क भी करते हैं। पिछले सात साल में हमेशा देखा गया है कि पीएम ने अपने जवाब से लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष की बोलती बंद कर दी है। आंकड़ों को सामने रखकर वह अपनी बात रखते हैं। मोदी का यही गुरुमंत्र अब संसद सत्र में नए मंत्रियों के बहुत काम आने वाला है।