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Mulayam Singh Yadav Profile: साधारण मंत्री से यूपी के 3 बार सीएम तक बने मुलायम, साधारण परिवार के इस असाधारण नेता की ये है कहानी

Mulayam Singh Yadav Profile: तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके मुलायम सिंह यादव का निधन हो गया है। मलायम सिंह बीते काफी दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। उनका इलाज गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था जहां उन्होंने आज अंतिम सांस ली है।

नई दिल्ली। तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके मुलायम सिंह यादव का निधन हो गया है। मलायम सिंह बीते काफी दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। उनका इलाज गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था जहां उन्होंने आज अंतिम सांस ली है। बताया जा रहा है कि मुलायम सिंह की मौत मल्टी ऑर्गन फेलियर की वजह से हुई है। नेता को काफी दिनों से लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था। अब वो हमारे बीच नहीं रहे हैं। कुछ महीनों पहले ही मुलायम की दूसरी पत्नी साधना सिंह का निधन हुआ था। मुलायम का पूरा परिवार राजनीति में सक्रिय रहा है। आज हम मुलायम सिंह के राजनीतिक करियर और कुनबे के बारे में जानेंगे।

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सैफई में हुआ जन्म

मुलायम सिंह का जन्म  22 नवंबर 1939  में उत्तर प्रदेश के इटावा इटावा जिले के सैफई गांव में हुआ था। मुलायम सिंह को पहले से ही पहलवानी का शौक था और वो अच्छे से पहलवानी के सारे दाव-पेच भी जानते थे। उन्होंने राजनीति विज्ञान में एमए की पढ़ाई की। जिसके बाद उन्होंने किताबों में पढ़ी राजनीति को जिंदगी में उतारने का सोचा और चुनावी मैदान में उतर गए। मुलायम सिंह  उत्तर प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री और देश के रक्षा मंत्री भी रहे। उनकी गिनती हमेशा जमीन से जुड़े नेताओं में होती थी और इसलिए उन्हें हमेशा धरती पुत्र कहा गया।

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दो बार की शादी

मुलायम सिंह की निजी जिंदगी के बारे में बात करें तो उन्होंने 2 शादियां की थी। पहली शादी उनकी  मालती देवी से हुई थी जिन्होंने अखिलेश यादव को जन्म दिया। उनका निधन मई 2003 में देहांत को गया। जिसके बाद उनकी शादी साधना यादव से हुई। उन्होंने अपनी शादी को  2007 में स्वीकार किया था। दूसरी पत्नी से मुलायम सिंह को  बेटे प्रतीक यादव हुए। साधना का निधन भी बीते कुछ महीने पहले ही हुआ है।

कैसे हुई राजनीति की शुरुआत

पहलवानी का शौक रखने वाले मुलायम सिंह यादव के राजनीतिक करियर की शुरुआत  1954 में हुई थी जब उन्होंने पहली बार समाजवादी नेता डॉ. राम मनोहर लोहिया के नहर रेट आंदोलन में हिस्सा लिया था। उन्होंने पिछड़े वर्ग, अल्पसंख्यकों,किसानों के हितों के लिए आवाज उठाई थी। जिसके बाद उनकी देशभर में एक जमीन से जुड़े नेता की छवि बन गई। हर कोई उन्हें नेता जी कहकर संबोधित करने लगा।  पहली बार मुलायम सिंह 1967 में विधायक बने थे। उन्होंने संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी की तरफ से टिकट मिला था और वो जीते भी थे। जिसके बाद वो लगातार 8 बार विधायक बने। इस दौरान उन्होंने जेल की हवा भी खाई थी। आपातकाल के दौरान मुलायम सिंह 19 महीने जेल में भी रहे थे।